उच्च रक्तचाप के मरीजों को ढूंढने में विभाग की बड़ी पहल
झांसी। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डबल्यूएचओ) और उत्तर प्रदेश सरकार के तत्वावधान में जमीनी स्तर पर उच्च रक्तचाप के मरीजों को ढूँढने, , उनकी मानीटरिंग व उपचार के लिए मंगलवार को जनपद के 10 स्वस्थ्य केन्द्रों पर इंडिया हाइपरटेंशन कंट्रोल इनिसिएटिव कार्यक्रम की शुरुआत की गयी। इसके साथ ही जनपद में कुल 12 स्वास्थ्य केन्द्रों पर यह कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. अनिल कुमार ने बताया कि उच्च रक्तचाप से पीड़ित मरीजों का मूल्यांकन कर उनको उचित उपचार मिल सके, इस उद्देश्य के साथ यह कार्यक्रम चलाया जा रहा है। पहले बबीना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और जिला अस्पताल से इसकी शुरुआत की गयी थी। मंगलवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मऊरानीपुर, बड़ागाँव, चिरगाँव, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भोजला, और शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नगरा, सीपरी बाजार, बड़ागाँव बाहर गेट, तहसील, तालपुरा और झोकन बाग में इसकी शुरुआत हुयी है। आज इन केन्द्रों पर 44 मरीजों को चिन्हित कर बीपी पासपोर्ट कार्ड दिये गये हैं।
सीएमओ ने बताया कि इस प्रोग्राम के अंतर्गत 30 वर्ष से अधिक उम्र के सभी वयस्कों की जांच की जाएगी और सेवा प्रदाता द्वारा उन्हे सिम्पल एप के माध्यम से रजिस्टर किया जाएगा, जिससे कि उनका फॉलो अप सुचारु रूप से किया जा सके। अब तक जनपद में 760 मरीजों को चिन्हित किया जा चुका है।
ज्ञात हो कि प्रदेश की कुल जनसंख्या में 10 प्रतिशत लोग उच्च रक्तचाप की समस्या से जूझ रहे होते है, वहीं कोविड के समय में यह समस्या और उभर कर आयी, यहाँ तक कि यह भी देखा गया कि कोविड से अपनी जान गंवाने वाले लोगों में ज्यादातर उच्च रक्तचाप या को-मोर्बिड से पीड़ित थे।
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसन्धान परिषद के जनपद प्रतिनिधि अनुज चैधरी ने बताया कि यह प्रोग्राम प्रदेश के चार जनपदों में चलाया जा रहा है। इस प्रोग्राम का उद्देश्य वर्ष 2025 तक उच्च रक्तचाप के कारण होने वाली मृत्यु दर में 25 प्रतिशत की कमी लाना व उच्च रक्तचाप में नियंत्रण लाना है। ऑल इंडिया हैल्थ सर्वे 2015-16 के अनुसार जनपद में लगभग ढाई लाख मरीज उच्च रक्तचाप से पीड़ित हैं, उन सभी को इस प्रोग्राम से जोडना है।जिला अस्पताल में जांच के लिए आए तालपुरा निवासी 42 वर्षीय अर्जुन सिंह ने बताया कि करीब 7-8 माह पहले उनको जी मिचलाने की समस्या हो रही थी, जांच कराया तो पता चला उन्हे उच्च रक्तचाप की समस्या है, तब से वह दवा पर है। आज उनका भी कार्ड बन गया है, इससे उनकी मानीटरिंग अस्पताल के द्वारा होती रहेगी।