महोबा जिले में कमजोर हुई कांग्रेस, टूटी रीढ़
महोबा: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व में उथल पुथल के बाद जिला कार्यकारिणी की रीढ़ रहे मनोज तिवारी जिनकी पीढ़ियों ने काँग्रेस की सेवा की कॉंग्रेस की महोबा शहर में जो भी पहचान रही वो तिवारी परिवार से रही तिवारी जी के दादा जी स्वर्गीय बाबू लाल तिवारी ने सदैव कांग्रेस की सक्रिय राजनीति में प्रदेश स्तरीय एवं राष्ट्रीय नेतृत्व के तौर पर काम किया आज पार्टी की वर्तमान नीतियों व लचर नेतृत्व के विरोध में मनोज तिवारी व उनके साथ सक्रिय सदस्य रहे सुभाष सैनी पूर्व जिलाध्यक्ष, मुकेश विकाश गुप्ता पूर्व अध्यक्ष, त्रिलोक मोहन तिवारी पूर्व जिलाध्यक्ष, भारत विशाल शुक्ला पूर्व उपाध्यक्ष, भोला अनुरागी पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष, वीरेंद्र तिवारी पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष, भरोषी लाल अनुरागी पूर्व अध्यक्ष नगर पालिका महोबा, फूल चंद्र त्रिपाठी जिलाध्यक्ष कांग्रेस सेवादल, राजेश चौबे पूर्व ब्लॉक प्रमुख, श्री मति गायत्री प्रभाकर पूर्व ब्लाक प्रमुख, गिरजा शंकर रैकवार पूर्व जिलाध्यक्ष कांग्रेस पिछड़ा वर्ग सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस जनों ने शुक्रवार को पार्टी से सामूहिक इस्तीफ़ा दे दिया।
गौरतलब है कि इसके कुछ ही माह पहले जिले में कांग्रेस के प्रदेश स्तरीय पदाधिकारी राकेश सिंह उजाला द्वारा भी पार्टी की नीतियों में सामंजस्य न बन पाने के कारण पार्टी से स्तीफा दे दिया था ।
देखना ये जरूरी होगा कि जिले में भविष्य के खरे सोने के प्रभाव बाले समर्पित नेताओं से दूर होती कांग्रेस जिले के नये मैटल पुलिस नेतृत्व में जनता के बीच कितनी चमक बिखेर पाती है ।
सुभाष सैनी जी के अनुसार जब से पार्टी नेतृत्व ने प्रदेश की बागडोर लल्लू सिंह को सौंपी है। उत्तरप्रदेश प्रदेश अध्यक्ष के रूप में नेतृत्व दिया उनकी आसमान नीतियों ने सदैव जमीनी कार्यकारों को उपेक्षित किया है। इन्हीं नीतियों के विरोध में ये सामूहिक स्तीफा दिया गया।
किसी और पार्टी में जाने की अटकलों पर सुभाष जी द्वारा बताया गया कि अभी ऐसा कोई विचार नहीं हम जमीनी कार्यकर्ता है, हमें समाजहित से जुड़कर कार्य करना है जो निरन्तर जारी रहेगा ।
देखते है जिले की राजनीति में आगे क्या परिवर्तन और देखने को मिलता है।