भारत विभाजन विभीषिका” कार्यक्रम का हुआ आयोजन, याद किया गया विभाजन का दंश
महोबा (आलोक शर्मा)। जिला मुख्यालय में सोमवार को भारतीय जनता पार्टी प्रदेश नेतृत्व के निर्देशानुसार “भारत विभाजन विभीषिका” स्मृति दिवस के रूप में मनाया गया। उक्त कार्यक्रम में आल्हा चौक से समस्त जनप्रतिनिधि जन, संगठन पदाधिकारी एवं विचार परिवारों के लोगों ने एकत्र होकर, मौन होकर नगर भ्रमण किया। जिसमें आल्हा चौक से सरस्वती विद्या मंदिर पोस्ट ऑफिस होते हुए उदल चौक से मोड़कर मेन मार्केट होते हुए नगरपालिका के टाउन हॉल पर भ्रमण समाप्त हुआ।
हॉल में 14 अगस्त 1947 के इतिहास को प्रदर्शनी के माध्यम से दिखाया गया। उस समय किस प्रकार से विभाजन में लोग विस्थापित हुए। नेहरू और जिन्ना की प्रधानमंत्री बनने की जिद के कारण देश कैसे बंटवारे की बलि चढ़ गया और लाखों लोग बेघर हो गए। हॉल में एक कार्यक्रम का आयोजन हुआ जिसमें बंटवारे का दंश झेल चुके, विस्थापित हुए लोगों को बुलाकर सम्मानित किया गया एवं उनके विचार सुने गए।
महोबा के वरिष्ठ समाजसेवी एवं व्यापारी रमेश जैदका ने 1947 के दर्द को बयां करते हुए बताया कि बंटवारे के समय वह मात्र 10 वर्ष के थे जो भी स्मृतियां उन्हे याद है वो बड़ी ही कष्टकारी हैं। चारों तरफ लाशें थी, ट्रेनो में अफरा तफरी मची हुई थी, लोग भूखे परेशान थे, सब अपनी जान बचाने को भाग रहे थे। उनका परिवार चल अचल संपत्ति सब वहीं छोड़कर खाली हाथ भारत चला आया। सरदार जसपाल ने बताया कि हमें अपना इतिहास हमेशा याद रखना होगा जिससे कि आने वाली पीढ़ियां पुनः यह गलती ना करें। उमेश कपूर ने बताया कि उनके पिता स्टीमर से बैठकर भारत आए, पिता की स्मृतियों को याद करते हुए उन्होंने बताया कि वह दौर वाकई डराने वाला था।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में हमीरपुर जिला प्रभारी रंजना उपाध्याय, क्षेत्रीय सांसद कुमार पुष्पेंद्र सिंह चंदेल, एमएससी विधायक जितेंद्र सिंह सेंगर, सदर विधायक राकेश गोस्वामी, जिला प्रभारी रामनरेश तिवारी, जिला पंचायत अध्यक्ष जेपी अनुरागी, कोऑपरेटिव अध्यक्ष चक्रपाणि त्रिपाठी, नगर पालिका अध्यक्ष डॉक्टर संतोष चौरसिया आदि लोग मौजूद रहे। सफल संचालन जिला उपाध्यक्ष योगेश मिश्रा ने किया।