धरोहरों के संरक्षण हेतु हम सभी को संकल्प लेना होगा : डॉ प्रदीप तिवारी

राजकीय संग्रहालय में विश्व विरासत दिवस पर फोटो प्रदर्शनी आयोजित

झांसी। गुरुवार को विश्व विरासत दिवस के अवसर पर राजकीय संग्रहालय झांसी में विश्व के प्रसिद्ध स्मारकों पर आधारित छायाचित्र प्रदर्शनी का का शुभारम्भ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया। प्रदर्शनी में मुख्य रूप से विश्व के प्रसिद्ध स्मारकों की प्रदर्शनी लगायी गयी। जिसमें काशी विश्वनाथ मन्दिर, देवगढ़ का दशावतार मन्दिर, दतियाना शिव मन्दिर, अजन्ता ऐलोरा की गुफाएं, धमेख स्तूप सारनाथ, महापरिनिर्वाण मन्दिर कुशीनगर सहित सिटी पैलेस, हवा महल, गढ़कुण्डार का किला, झांसी का किला, ओरक्षा, नालन्दा महाविहार एवं सांची स्तूप इत्यादि महत्वपूर्ण ऐतिहासिक एवं धार्मिक स्मारकों को प्रदर्शनी में महत्ता के साथ दर्शाया गया है।

मुख्य अतिथि के रूप में डा0 श्रीमती नीति चौहान, प्रधानाचार्य, सूरज प्रसाद राजकीय बालिका इण्टर कालेज झांसी, विशिष्ट अतिथि बुन्देलखण्ड पर्यटन विकास एवं पुरातत्व सरंक्षण समिति के अध्यक्ष डॉ प्रदीप कुमार तिवारी रहे। प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए कार्यक्रम अध्यक्ष डा0 मनोज कुमार गौतम उप निदेशक, राजकीय संग्रहालय ने बताया कि आज यानी गुरुवार को विश्व विरासत दिवस है। यह दिवस प्रति वर्ष मनाया जाता है।

 

इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य यह है कि पूरे विश्व में जो भी मानव सभ्यता से जुड़े हुए ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थल हैं उनके संरक्षण के प्रति जागरुकता लाई जाए। भारत में ऐसे कई किले, महल और जगह हैं, जिन्हें यूनोस्को ने विश्व विरासत स्थल में शामिल किया है। इन जगहों को देखने के लिए देश के कोने-कोने से टूरिस्ट आते हैं। वैसे तो आपको भारत के हर राज्य में विश्व धरोहर स्थल मिल जाएंगे क्योंकि भारत की सभ्यता और संस्कृति इतनी प्राचीन, विशाल और समृद्ध है कि यहां ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थलों की कोई कमी नहीं है।

 

इस वक्त भारत में 42 यूनेस्को द्वारा घोषित विश्व धरोहर स्थल हैं । उन्होने यह भी कहा कि बुन्देलखण्ड क्षेत्र भी प्राचीन संस्कृति और सभ्यता से समृद्ध क्षेत्र है। यहां के कण कण में हिन्दुस्तान की संस्कृति बसती है और विद्यमान भी है। प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए विशिष्ट अतिथि डॉ . प्रदीप कुमार तिवारी ने कहा कि हमारी धरोहर अमूल्य है और इसके संरक्षण एवं संवर्धन के लिये हमें दृढ़संकल्प लेना होगा तभी हमारी धरोहर चिरकाल तक संरक्षित रहेगी।

 

इस अवसर पर मणिकर्णिका भारत विकास परिषद द्वारा संग्रहालय परिसर में सार्वजनिक प्याऊ का भी शुभारम्भ किया गया और आगन्तुकों एवं दर्शकों को पानी भी पिलाया गया। गर्मी के दृष्टिगत यह प्याऊ हमेशा चालू रहेगा जिसस आने वाले पर्यटक अपनी प्यास बुझाा सकेगें। आयोजित प्रदशनी में भारी संख्या में लोगों ने प्रतिभाग किया और ऐतिहासिक स्मारकों के विष्य में जानकारी हासिल किया।

 

इस अवसर पर सर्वश्री ऋपूसूदन नामदेव, सोम तिवारी, अनिल कुशवाहा, दिनेश श्रीवास्तव, डॉ स्वप्निल मोदी, उषा सेन, मनीषा , प्रीति चौरसिया, प्रतिभा , सुरक्षा ,अर्चना,वन्दना नाहर, अर्चना आदि सहित अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।

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