मण्डलायुक्त के आपरेशन क्लीन अभियान का असर…….

जल संस्थान में ब्लीचिंग पाउडर की खरीद की दरों में रिकार्ड तोड़ गिरावट

झांसी। मण्डलायुक्त डा. अजय शंकर पाण्डेय ने विवादों से घिरे जलसंस्थान की कायर्प्रणाली को सुधारने की मुहिम कायर्भार ग्रहण करने के साथ ही शुरू कर दी थी। मण्डलायुक्त के सख्त रूख का यह असर हुआ कि ठेकेदारों की जो देनदारियां जलसंस्थान पर 24 करोड़ रूपये बताई जा रही थीं, वह घटकर लगभग 05 करोड़ के आस-पास पहुंच गई। अन्यथा 19 करोड़ रूपये का चूना झांसी डिवीजन जलसंस्थान को लगना तय था। इसके पश्चात् मण्डलायुक्त ने जलसंस्थान द्वारा क्रय की जाने वाली प्रक्रिया को पारदर्शी एवं भ्रष्टाचार मुक्त करने का अभियान छेड़ा। इस कड़ी में सबसे पहले ब्लीचिंग पाउडर खरीद का मामला सामने आया।

मण्डलायुक्त के निर्देश पर तत्कालीन महाप्रबन्धक, झांसी डिवीजन जलसंस्थान द्वारा आवश्यकता से अधिक ब्लीचिंग पाउडर के खरीद का आदेश निरस्त किया गया और वतर्मान महाप्रबन्धक, जलसंस्थान को यह निर्देश दिये गये कि पूरी शुचिता, ईमानदारी और टेण्डरदाताओं को पूरी ईमानदारी से यह स्पष्ट निर्देश देकर ब्लीचिंग पाउडर को क्रय करने के लिए निविदायें आमंत्रित की जायें। मण्डलायुक्त के निर्देश पर ब्लीचिंग पाउडर के क्रय के लिए निविदायें ई-टेण्डर के माध्यम से पारदशिर्ता, शुचितापूर्ण तरीके से आमंत्रित की गई, जिसे दिनांक 22 सितम्बर को खोला गया। इसके पश्चात् मण्डलायुक्त ने सम्बन्धित फर्म को निगोशियेशन के लिए बुलाकर स्पष्ट निर्देश दिये गये। इसका परिणाम यह हुआ न्यूनतम दरें 21150 रूपये प्रति मीट्रिक टन आई। इससे पहले विगत 03 वर्षो में ब्लीचिंग पाउडर खरीद की वित्तीय वर्ष 2021-22 में न्यूनतम क्रय दर प्राप्त हुई हैं। 28084 रूपये प्रति मीट्रिक टन से घटकर 21150 रूपये है यह न्यूनतम दर गतवर्ष की तुलना में 6934 रूपये कम है। वर्ष भर में सैंकड़ों मीट्रिक टन ब्लीचिंग पाउडर की खपत होती है। उस हिसाब से भी देखा जाये तो लगभग 7000 रूपये प्रति मीट्रिक टन की कम दर होने से ब्लीचिंग पाउडर की खरीद में जलसंस्थान को लाखों की बचत होने की संभावना है। यदि पिछले वर्ष को ही आधार माना जाये तो गतवर्ष 300 मीट्रिक टन ब्लीचिंग पाउडर की खपत जलसंस्थान में हुई और इस गणना से 21 लाख रूपये का सीधा लाभ जलसंस्थान को होगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *