डिमोशन होने के बाद भी शिक्षकों को मानदेय का करना पड़ता है इंतजार
बांदा (लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी)। शिक्षक पद से डिमोशन हो जाने के बाद भी जनपद में तीन शिक्षा मित्रों को मानदेय के लिए सरकार के ग्रांट का इंतजार करना पड़ता हैं। तीन मांह से शिक्षा मित्रों को मानदेय प्राप्त नही हुआ। बेसिक शिक्षा अधिकारी से मानदेय दिलाये जाने की शिक्षा मित्रों ने की है।
शिक्षा मित्र उनको तीन मांह से मानदेय नहीं मिला है, मानदेय न मिलने से घर का खर्चा व अन्य कार्य नही हो पा रहे। पांच लोगों के परिवार को रोजी रोटी की समस्या खड़ी हो गयी है। शिक्षा मित्र जिस विद्यालय में तैनात है वहा वह इस्कूल खोलने से ले कर पठन पाठन की पूरी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। जनपद में हजारों शिक्षा मित्रों सामने अब रोटी का संकट बरकरार हो गया।बता दे कि
शिक्षा मित्रों का मानदेय जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी बांदा के कार्यालय से बनाया जाता हैं।पटल में तैनात बाबू का कहना कि अभी सरकार द्वारा मिलने वाली ग्रांट प्राप्त नही हैं।आते ही सभी के खातों में भुगतान लगा दिया जाएगा।विकास खण्ड महुआ व नरैनी क्षेत्र में तैनात शिक्षा मित्र, रमाकांत पाण्डे़य ,पुषपेन्द्र सिंह अजय पाण्डेय, सुरेश कुमार वर्मा बरकतपुर, राजकुमार कुरील दयाराम, रविन्द्र कुमार सहित सौकड़ों शिक्षा मित्रों नें कहा भाजपा सरकार नें अध्यापक से उनका डिमोशन करके शिक्षा मित्र के पद में वापस कर दिया है। सरकार दस हजार रुपये में काम कराती है। शिक्षा मित्रों नें जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी बांदा से जल्द मानदेय भुगतान करने की मांग की है।