11 दिन बाद कब्र खोदकर निकाली गई अफरोज उर्फ नीलम की लाश
पोस्टमार्टम की रिपोर्ट तय करेगी मौत का कारण
झाँसी : धर्म परिवर्तन कर 6 वर्ष पूर्व विवाह करने वाली युवती अफरोज उर्फ नीलम की संदिग्ध मौत की गुत्थी को सुलझाने के लिए पुलिस ने उसके शव को बाहर निकालने का निर्णय लिया। अब शव के पोस्टमार्टम की रिपोर्ट से यह तय होगा कि अफरोज की मौत का वास्तविक कारण क्या है?
शुक्रवार को सुबह सीओ सदर एके चौरसिया, एसडीएम न्यायिक अतुल कुमार ने भारी पुलिस बल व मप्र पुलिस की उपस्थिति में कब्र से शव को बाहर निकाला गया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।
गौरतलब है कि पूरा मामला छतरपुर मप्र का है। यहां की रहने वाली नीलम अहिरवार ने तब्बू उर्फ तालिब से छह साल पहले मुस्लिम रीति रिवाज के अनुसार विवाह किया था। इसके बाद नीलम का नाम अफरोज बेगम हो गया था। छह जुलाई को अफरोज की तबियत अचानक बिगड़ी तो उसे उपचार के लिए ग्वालियर ले जाया जा रहा था, लेकिन झाँसी के पास उसकी मौत हो गयी। परिजनों के रिश्तेदार प्रेमनगर में होने के कारण शव को प्रेमनगर कब्रिस्तान में दफना दिया गया।
इसकी जानकारी जब अफरोज के परिजनों को हुई तो उन्होंने नीलम उर्फ अफरोज की मौत को हत्या बताते हुए पुलिस से शिकायत की। पुलिस ने मामले को गम्भीरता से लेते हुए झाँसी जिला प्रशासन से संपर्क कर शव का पोस्टमार्टम कराने की बात कही। प्रशासन की अनुमति पर अफरोज के प्रेमनगर कब्रिस्तान में दफन शव को कड़ी सुरक्षा के बीच निकाला गया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट उसकी मौत की वजह को स्पष्ट करेगी।