शिक्षिका पर हिन्दू छात्रों का ब्रेनवॉश कर ईद मनवाने के आरोप
हिन्दू संगठनों ने किया हंगामा, स्कूल प्रशासन ने मांगी माफी
झांसी। महानगर के एक स्कूल में उस समय हंगामा खड़ा हो गया जब नन्हे बच्चों से ईद का त्योहार मनवाया गया झोकन बाग स्थित एक निजी स्कूल में सभी बच्चों से ईद मनवाने के मामले ने तूल पकड़ लिया। जानकारी मिलने पर बजरंग दल समेत कई हिंदूवादी संगठन स्कूल पहुंच गए और वहां नारेबाजी शुरु कर दी। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने यह आरोप लगाया कि स्कूल परिसर में बच्चों का ब्रेनवॉश कर एक धर्म विशेष के प्रति आकर्षित किये जाने का षड्यंत्र रचा जा रहा है।
दरअसल 8 अप्रैल को मॉर्डन स्कूल की ओर से एक शिक्षिका के द्वारा अभिभावकों को यह संदेश भेजा गया था कि 9 अप्रैल को स्कूल में ईद मनाई जाएगी। इसके लिए अपने बच्चों को छात्राओ को सूट और दुपट्टे में जबकि छात्रों को कुर्ता पायजामा व टोपी के साथ भेजें। साथ ही दो सफेद रुमाल लाने को भी बोला गया था। इस पर हिन्दू संगठनों ने हंगामा काटा था।
बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के हंगामे के बाद स्कूल प्रबंधन ने यह बात स्वीकार की कि एक शिक्षिका की गलती की वजह से ऐसा संदेश बच्चों के बीच चला गया। किसी भी बच्चे को अनिवार्य रूप से इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए नहीं कहा गया था। बजरंग दल के जिला सह विद्यार्थी प्रमुख प्रथम टंडन ने कहा कि स्कूल द्वारा भेजे गए मैसेज और वीडियो सामने आए थे। इससे यह सामने आया कि बच्चों का ब्रेन वॉश करने का प्रयास किया जा रहा था। स्कूल ने अपनी गलती मानते हुए यह वायदा किया है कि भविष्य में ऐसी गलती नहीं दोहराई जाएगी।
शिक्षिका को कारण बताओ नोटिस
स्कूल प्रबंधन ने मामले को संज्ञान में लेते हुए यह स्वीकार कर लिया की गलती से मैसेज सभी बच्चों के लिए चला गया था। जिस शिक्षिका ने यह मैसेज सभी छात्रों को भेजा था, उन्होंने लिखित में माफी मांगी है। स्कूल के प्रबंधक अनिल पाण्डेय ने बताया कि हम यह स्वीकार करते हैं कि एक शिक्षिका की गलती की वजह से यह घटना हुई। शिक्षिका को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया है। हमारा उद्देश्य किसी की भावनाओं को आहत करना नहीं था।