लोकसभा चुनाव : 9 दिन पूर्व घोषित बसपा प्रत्याशी का देर रात पार्टी से निष्कासन
बसपा जिलाध्यक्ष भी हटाए गए, बीके गौतम को जिलाध्यक्ष की कमान
झांसी। लोकसभा चुनाव-2024 का शंखनाद हो चुका है। बुन्देलखण्ड की सभी चारों सीटों पर पांचवें चरण में 20 मई को मतदान होना है। इधर राजनैतिक दलों में उठापटक भी तेज है। चौकाने वाली खबर बसपा से है। बसपा ने 9 दिन पूर्व जिसे झांसी-ललितपुर लोकसभा सीट के लिए प्रत्याशी घोषित किया था। उसे बुधवार की देर रात पार्टी से ही निष्काशित कर दिया। यही नहीं इसके अलावा जिलाध्यक्ष को भी बदल दिया गया है। बताया जा रहा है कि जिसे प्रत्याशी घोषित किया गया था वह बसपा के थे ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय खेमे को भ्रमित कर प्रत्याशी घोषित करा दिया गया था। प्रत्याशी की घोषणा होने के बाद से ही वह लगातार पार्टी विरोधी गतिविधियां कर रहे थे। जिसके चलते बसपा सुप्रीमो ने एक्शन लेते हुए प्रत्याशी को पार्टी से ही निष्कासित कर दिया है । इसके अलावा बसपा के
झांसी जिलाध्यक्ष को बदलते हुए जिलाध्यक्ष की कमान बीके गौतम को सौंपी है।
बीके गौतम ने बताया जल्द ही पार्टी के निर्देश पर बैठक कर प्रत्याशी घोषित किया जाएगा। बसपा ने 9 दिन पहले घोषित किए अपने झांसी-ललितपुर लोक सभा प्रत्याशी को पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोपों के चलते देर रात निष्कासित कर दिया है। झांसी जिलाध्यक्ष भी बदल दिया है। वहीं प्रत्याशी पर निष्कासन की कार्यवाही और
जिलाध्यक्ष के बदले जाने से बसपा में सुगबुगाहट शुरू हो गई है। पार्टी इतनी जल्दी और इस परिस्थिति में अब किसको यहां से चुनावी मैदान में उतारती है। पार्टी के लिए यह एक बड़ी चुनौती भी है।
इसके अलावा बसपा ने झांसी के अलावा बुंदेलखंड में कई लोगों को नई जिम्मेदारी भी दी है। माना जा रहा है कि इसका असर पार्टी के नये प्रत्याशी के चुनाव पर भी पड़ सकता है। झांसी-ललितपुर लोक सभा सीट से भाजपा व सपा-कांग्रेस गठबंधन प्रत्याशी जहां मतदाताओं को साधने में जुटे हैं, वहीं बसपा ने पहले ही प्रत्याशी चयन में काफी देर कर दी थी।
पार्टी सूत्रों के अनुसार ललितपुर के पूर्व विधायक, उरई की एक महिला नेत्री का नाम प्रत्याशी की रेस में सबसे आगे चल रहा था। इस सस्पेंस के बीच विगत 9 अप्रैल को पार्टी ने झांसी-ललितपुर के कार्यकर्ताओं का सम्मेलन आयोजित किया। इसमें पार्टी के बुंदेलखंड प्रभारी लालाराम अहिरवार ने बरुआसागर के राकेश कुशवाहा एडवोकेट का नाम घोषित कर दिया। अभी इस सम्मेलन को हुए दस दिन भी नहीं गुजरे और पार्टी ने बड़ी कार्रवाई कर दी। पार्टी ने जिलाध्यक्ष जयपाल अहिरवार को पद से हटा दिया है। उनकी जगह बीके गौतम को इस पद की जिम्मेदारी दी गई है। नये जिलाध्यक्ष बीके गौतम ने पत्र जारी कर बताया कि प्रत्याशी राकेश कुशवाहा पर अनुशासनहीनता व पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने के आरोप थे। इस संबंध में उन्हें चेतावनी भी दी गई थी।
पार्टी ने जांच कराई, तो आरोप सही पाए गए। इसको देखते हुए पार्टी की ओर से राकेश कुशवाहा को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। अब वह पार्टी के प्रत्याशी नहीं होंगे। इधर, पार्टी सूत्रों का कहना है कि पार्टी को प्रदर्शन खराब रहने का फीडबैक मिला, इसी के आधार पर कार्रवाई की गई है। प्रत्याशी के निष्कासन की खबर लोकसभा क्षेत्र में पहुंचते ही अलग अलग चर्चाएं शुरू हो गईं। वही अब लोग ये जानने के लिए भी उत्सुक नजर आ रहे हैं कि इस घटनाक्रम के बाद हुई किरकिरी के बीच बसपा अब किसको चुनावी मैदान में उतारती है।