घटता जल स्तर भविष्य के लिए बड़ी चुनौती
भूजल सप्ताह के दौरान परमार्थ की पहल
पेयजल व फसल के लिए बड़े संकट का विषय
झाँसी : बुन्देलखंड में सूखा जैसे हालात बनने लगे हैं। इस साल कम बारिश के चलते भूगर्भीय जल स्तर और नीचे जाने लगा है। यह पेयजल और फसल दोनों के लिए बड़े संकट एवं चिंता का विषय बन रहा है। लोग बारिश की बड़ी आशा लगाये थे कि मानसून में पानी बरसेगा। तब जल स्तर बढ़ेगा और अच्छी फसल भी हो जाएगी। मगर यह निराशा में बदलता दिखाई दे रहा है और भविष्य के लिए बड़ी चुनौती है। यह चिंता परमार्थ संस्थान के परियोजना प्रबंधक सतीश चन्द्र ने अटल भूजल योजना अंतर्गत डीपीएमयू झाँसी के सहयोग से परमार्थ समाज सेवी संस्थान द्वारा भूजल सप्ताह विकास खंड बबीना के ग्राम पंचायत अमरपुर में आयोजन के दौरान शनिवार को व्यक्त की।
उन्होंने कहा भूगर्भ जल स्तर को बढ़ाने और ऊपर लाने के लिए अटल भूजल योजना में पंचायतें सम्बंधित विभाग और समुदाय अपनी भूमिकाएं और सहभागिता करके योजना के उद्देश्यों और लक्ष्यों को पूरा करने में कामयाबी पाई जा सकती है। उन्होंने कहा इस योजना के अंतर्गत चयनित ग्राम पंचायतों में जल सुरक्षा कार्य योजना भी बनाई जा रही है। खास करके समुदाय की जिम्मेदारी है कि योजना समुदाय आधारित होना चाहिए। बुन्देलखंड में सूखा जैसे हालात किसी कीमत पर नहीं बनने देने हैं।
पंकज गौतम द्वारा भूगर्भ जल की स्थिति एवं जल संरक्षण संवर्धन पर जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि 16 से 22 जुलाई तक यह भूजल सप्ताह के माध्यम से संस्थान द्वारा बबीना विकास खंड के 7 ग्राम पंचायतों के लोगों को जागरूक करने का कार्य किया जा रहा है। इस दौरान जोशीले नारों के साथ ग्रामीणों के द्वारा रैली निकाली गई एवं वॉल पेंटिंग कार्य भी किया गया। इस कार्यक्रम में ग्राम प्रधान ग्राम पंचायत अमरपुर शिवकुमार, पंचायत मित्र उमाशंकर, जल सहेली सुलेखा सहित 90 लोग उपस्थित रहे।