झाँसी : मेडिकल कॉलेज की कोविड बिल्डिंग से कूदी महिला, हालत गंभीर
झाँसी: मेडिकल कॉलेज स्थित सुपर स्पेशलिटी बिल्डिंग के कोविड वार्ड से गुरुवार को 50 वर्षीय महिला जिनका कोविड का इलाज चल रहा था। दरवाजा समझकर खिड़की से नीचे गिर गयीं। इससे वह गंभीर रूप से घायल होकर बेसुध हो गयीं। उन्हें वेंटिलेटर पर शिफ्ट किया गया।
महिला रेखा देवी पत्नी महेन्द्र थाना मऊरानीपुर निवासी, कोरोना पॉजिटिव थीं। 18 अप्रैल को उन्हें मेडिकल कॉलेज स्थिति सुपर स्पेशलिटी बिल्डिंग (जिसे गत वर्ष कोविड वार्ड में परिवर्तित किया गया था) में रखा गया था।
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एनएस सेंगर ने बताया कि दोपहर के समय चिकित्सकों की टीम मरीजों को देखकर उनकी दवा के लिए निर्देशित कर रही थी। उसी दौरान वह घर जाने के लिए अपने पलंग से उठकर पास की खिड़की को दरवाजा समझकर चौथी मंजिल से गिर गयीं और गंभीर रूप से घायल हो गयीं। उनकी स्थिति में सुधार हो रहा था लेकिन मानसिक तौर पर वह परेशान थीं। यह पूरी घटना कैमरे में कैद है। उनकी गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें इमरजेंसी में वेंटिलेटर पर रखा गया।
पति का मेडिकल प्रशासन पर आरोप, कूद गई या किसी ने धक्का दिया
महिला के पति ने अस्पताल प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठाये हैं । उनके अनुसार उन्हें नहीं पता था कि उनकी पत्नी चौथे माले से गिरी हैं या धक्का दिया गया। फोन पर हुई वार्ता में महिला के पति महेंद्र ने कहा कि जो महिला आईसीयू में है और उसे ऑक्सीजन लगी है। वह मरीजों को पार कर दरवाजे की ओर भागी लेकिन आईसीयू में किसी ने उसे नहीं देखा, यह कैसे हो सकता है?
कोई खिड़की को दरवाजा कैसे समझ सकता है?
उन्होंने कहा कि रेखा होश में थीं कोई व्यक्ति खिड़की को दरवाजा कैसे समझ सकता है? मैं वहां नहीं था और न ही परिजनों को अंदर जाने दिया जाता है। मुझे तो नवाबाद थाने से सूचना मिली कि वह चौथी मंजिल से गिर गयीं हैं। महिला के पति ने कहा कि अभी मैं कुछ नहीं कह सकता। क्या पता उसने छलांग लगायी या किसी ने उसे धक्का दे दिया।
खिड़की को समझ लिया दरवाजा
हालांकि महिला की मौत के पूर्व इस पूरी घटना पर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एनएस सेंगर ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि रेखा नाम की यह महिला कोविड के कारण मेडिकल में भर्ती हुई थी। वह ठीक भी हो रही थी। मैंने इसके वीडियो और ऑडियो देखे हैं। दोपहर के समय चिकित्सकों की टीम मरीजों को देखने जब आईसीयू में पहुंची तो महिला लगातार घर जाने के लिए कह रही थी। इस बीमारी को आईसीयू साइकोसिस कहते हैं।
उसे समझाने और दवाई आदि बताने के बाद जैसे ही डॉक्टरों की टीम बाहर निकली और महिला को दो तीन मिनट का समय मिला। इसी समय में वह पांच से छह मरीजों को पार करते हुए दरवाजे की ओर भागी। गफलत में महिला ने खिड़की को दरवाजा समझ लिया। वह खिड़की पर चढ़ी और निकलने की कोशिश में चौथी मंजिल से गिर गयी।
महिला की मौत
दूसरी ओर अस्पताल सूत्रों के अनुसार महिला की इलाज के दौरान करीब 5 बजे मौत हो गयी। इस संबंध में जब मेडिकल कॉलेज प्राचार्य और सीएमएस से जानकारी लेनी चाही तो दोनों में से किसी जिम्मेदार अधिकारी ने फोन नहीं उठाया।