मातृ मृत्यु की सूचना टोल फ्री नंबर 104 पर देने वाले को मिलेंगे हजार रुपए
झांसी। जनपद के ऐसे अस्पताल जहां हर महीने सौ से ज्यादा प्रसव होते है, उन स्वास्थ्य इकाइयों को सुसज्जित और सुविधा सम्पन्न बनाया जाएगा। सुरक्षित मातृत्व आश्वासन (सुमन) योजना के तहत जिले की नौ स्वास्थ्य इकाइयों को चिह्नित किया गया है। इनमें मेडिकल कॉलेज, जिला महिला अस्पताल सहित सात सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों को शामिल किया गया है। शासन के निर्देश पर इसकी तैयारियां शुरू हो गई हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. अनिल कुमार ने बताया कि जिलाधिकारी की अध्यक्षता में कमेटी बना दी गई है। सीएमओ को सदस्य सचिव बनाया गया है। इसके अलावा एसीएमओ, एनएचएम के डीपीएम, चिकित्सा अधीक्षक, कायाकल्प परामर्शदाता, जिला मातृत्व परामर्शदाता को भी कमेटी में शामिल किया गया है। इसके साथ नगर वित्त विभाग, आयुष विभाग, जल एवं स्वच्छता विभाग, पंचायती राज, नगर निकाय, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग, पंचायती राज, समाज कल्याण विभाग के प्रतिनिधि व स्वयंसेवी संगठनों के प्रतिनिधि भी शामिल किए गए हैं।
उन्होंने बताया कि इस कमेटी का काम मातृ एवं शिशु मृत्यु दर रोकने के लिए सुरक्षित मातृत्व को बढ़ावा देना है। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एनके जैन ने बताया कि इस कमेटी का दायित्व होगा कि जो इकाइयां सुमन योजना में शामिल की गई है, उन्हें एनक्यूएएस (एनक्वास) सर्टिफाइड कराना है। डा. जैन ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत मातृत्व स्वास्थ्य, नवजात एवं बाल स्वास्थ्य अन्य आरसीएच उपलब्ध सेवाएं सुनिश्चित की जायेंगी। मातृ मृत्यु की दर में गुणात्मक सुधार लाने के उद्देश्य से शासन द्वारा जारी टोल फ्री नंबर 104 पर गर्भवती की प्रसव पूर्व या प्रसव के दौरान होने वाली मौत की सूचना देने वाले को एक हजार रुपए की धनराशि मिलेगी। क्वालिटी इम्प्रूवमेंट मेंटर अनुपमा ने बताया कि गर्भवती की मौत की सूचना आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता या समुदाय का कोई भी व्यक्ति दे सकता है। सूचना देने वाले को महिला का नाम, आयु, पति का नाम, घर का पता बताना होगा। प्रथम सूचना देने वाले व्यक्ति को यह धनराशि उसके बैंक खाते में ऑनलाइन ट्रांसफर की जाएगी।
यह इकाइयां हैं शामिल
मेडिकल कॉलेज, जिला महिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मऊरानीपुर, गुरसराय, बबीना, मोठ, बंगरा, चिरगांव, बामौर आदि।