कोरोना में 1142 टीबी मरीजों में से 147 के घर भिजवाई जा रही दवा
क्षय रोगियों को अधिक सावधान रहने की जरूरत
झाँसी : कोविड के प्रसार की आशंकाएं अब भी ज्यादा हैं। ऐसे में क्षय रोग (टीबी) के मरीजों को खास ध्यान देने की जरूरत है। टीबी मरीजों के इलाज में रुकावट न पैदा हो, इसके लिए उन्हें घर पर दवा मुहैया कराई जा रही है।
टीबी जिला कार्यक्रम समन्वयक रूपेश नामदेव ने रविवार को बताया कि कोविड की दूसरी लहर में भी वायरस ने उन्हीं को अपनी जद में लिया, जिनकी प्रतिरोधक क्षमता कम है। ऐसे में जरूरी है कि टीबी के मरीज घर पर ही रहें। बहुत जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकले। मास्क और शारीरिक दूरी का पालन करें। टीबी का मरीज एक बार खांसने पर लगभग 30 हजार टीबी बैक्टीरिया हवा में छोड़ता है। अगर वह कोरोना संक्रमित हो गया तो संक्रमण बड़े स्तर पर फैल सकता है। किसी भी संक्रमण को रोकने के लिए मास्क का उपयोग बहुत जरूरी होता है।
जिला कार्यक्रम समन्वयक ने बताया कि जिले में लगभग 1142 मरीजों का उपचार चल रहा है। इनमें से 147 मरीज एमडीआर टीबी के हैं। एमडीआर मरीजों को फोन से संपर्क किया जा रहा है और दवा आदि न होने पर उनको दवा भी नजदीकी टीबी यूनिट से पहुंचाई जा रही है।
इन नंबरों पर कर सकते हैं संपर्क
रूपेश ने बताया कि टीबी मरीज किसी भी समस्या या दवा के अभाव में इन नंबरों पर कॉल कर सकते हैं। इनमें रूपेश नामदेव, टीबी जिला कार्यक्रम समन्वयक- 9795110979, आशीष अग्रवाल, जिला पीपीएम समन्वयक- 9993924315, देवेंद्र व्यास, एसटीएस- 9415970584 आदि।
टीबी और कोरोना से बचाव करेगा मास्क
खांसने और छींकने पर संपर्क में आने से टीबी और कोरोना के फैलने का खतरा है। इसलिए हम अगर मास्क लगाते हैं तो वह दोनों से हमारी रक्षा करता है।