झाँसी: सम्पूर्ण स्वास्थ्य पोषण दिवस पर हुआ कुपोषित बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण
माह के पहले बुधवार को सम्पूर्ण स्वास्थ्य पोषण दिवस मनाये जाने की घोषणा
झांसी। एक ही स्थान पर स्वास्थ्य और पोषण सम्बन्धी सुविधाएँ उपलब्ध कराने के उद्देश्य से बुधवार को स्वास्थ्य केन्द्रों पर सम्पूर्ण स्वास्थ्य पोषण दिवस मनाया गया। इस दौरान कुपोषित बच्चों और महिलाओं को चिन्हित कर उचित इलाज मुहैया कराया गया। सम्पूर्ण स्वास्थ्य पोषण दिवस मनाते समय यह भी घोषणा की गई कि अब हर माह के पहले बुधवार को यह दिवस मनाया जायेगा। स्वास्थ्य अपर निदेशक डा. अल्पना बरतारिया ने बबीना और तालबेहट के स्वास्थ्य केंद्रों पर पहुंचकर इसका उद्घाटन किया।
अपर निदेशक डा. अल्पना बरतारिया ने बताया कि कुपोषण एक गंभीर समस्या है। यह बच्चों के विकास में सबसे बड़ा बाधक होता है। इसके लिए जरूरी है की कुपोषण को जड़ से खत्म किया जाये। अब हर माह के पहले बुधवार को स्वास्थ्य विभाग और आईसीडीएस विभाग के समन्वय से कुपोषित व अतिकुपोषित (सैम, मैम एवं गंभीर कुपोषित) बच्चों एवं गर्भवती को स्वास्थ्य एवं पोषण संबंधी सेवाएँ प्रदान की जायेंगी।
इस दौरान कुपोषित बच्चों का स्वास्थ्य केन्द्रों, हेल्थ एंड वेलनेस सेण्टर पर स्वास्थ्य जांचा जायेगा और उपचार हेतु निशुल्क दवा एवं संदर्भन सेवाएँ दी जाएगी। अपर निदेशक ने बबीना स्थित सिमरावारी स्वास्थ्य केंद्र में सम्पूर्ण स्वास्थ्य पोषण दिवस का उद्घाटन किया। इस दौरान 20 (सैम बच्चे) और 150 (मैम बच्चे) कुपोषित और अति कुपोषित बच्चे चिन्हित किये गए।
अपर निदेशक द्वारा तालबेहट ब्लाक के जमालपुर स्वास्थ्य केंद्र में सम्पूर्ण स्वास्थ्य पोषण दिवस का उद्घाटन किया गया। स्वास्थ्य परीक्षण करने पर 77 बच्चे मैम और 07 सैम बच्चे मिले। इनमें से 02 बच्चों को सुपोषित होने के लिए पोषण पुनर्वास केंद्र भेजा गया। वहीं बम्होरिसार स्वास्थ्य केंद्र में परीक्षण पर 35 (बच्चे सैम) और 40 (बच्चे मैम) कुपोषित और अति कुपोषित बच्चे चिन्हित हुए इनमे से एक बच्चा एनआरसी ( पोषण पुनर्वास केंद्र ) भेजा गया।
इस दौरान संयुक्त निदेशक डॉ रेखारानी, मंडलीय प्रबंधक एनएचएम आनंद चौबे, एमओआईसी डॉ नितिन, तालबेहट एमओआईसी डॉ अंशुमन बबीना, सीडीपीओ प्रीती, डीसीपीएम गणेश एवं सीएचओ की टीम उपस्थित रही।