कृषि विभाग के कर्मचारियों की विभिन्न मांगे
झांसी। सरकार द्वारा कृषि के विकास और किसानों की आय मे बृद्धि करने के उद्देश को शत प्रतिशत सफल बनाने के लिए कृषि विभाग उत्तर प्रदेश के समस्त कर्मचारी निरंतर दायित्व निर्वहन कर रहे है एवं किसानों से जुड़ी प्रत्येक योजना का लाभ प्रदेश के प्रत्येक किसान तक पहुंचाने मे कृषि कर्मचारियों का महत्वपूर्ण एवम अविकल्पीय योगदान है।परन्तु अधीनस्थ कृषि सेवा संवर्ग की समस्याओं के विषय मे संगठन द्वारा
मांगों को लेकर 13,14एवं 15 सितम्बर 21 को समस्त कर्मचारियों
ने काली पट्टी बांधकर कर प्रदर्शन किया।
समस्याओं का निराकरण करने के स्थान पर अज्ञात कारणवश अनावश्यक रूप से लम्बित रखा जा रहा है और शासनादेश के वावजूद कोई आवश्यक कार्यवाही नही की जा रही है।जहां एक और शासन स्तर पर वेतन विसंगति, केडर रिव्यू, वर्ग 1 को राजपत्रित घोषित किया जाना ,वर्ग 1 के वर्षों से रिक्त पदों पर पदोन्नति हेतु सेवा अवधि मे शिथलीकरण प्रदान किया जाना आदि मुख्यरुप से है। कृषि निदेशालय स्तर से कर्मचारियों का स्थायीकरण, वर्ग 3से वर्ग 2 मे पदोन्नति, वर्ग 3 के रिक्त पदों पर नियुक्ति, अवशेष बीजो का निस्तारण,,स्थानान्तरण नीति मे पूर्णरूप से पात्र कर्मचारियों का स्थानान्तरण,विभिन्न स्तरो पर कर्मचारियों का उत्पीड़न आदि संवेदनशील विन्दुओ पर कार्यवाही न किया जाना सम्म्लित है। जिसके कारण सभी कर्मचारियों मे घोर निराशा है। 13,14 एवं 15 सितम्बर को काली पट्टी बांधकर विरोध, 22 सितम्बर को जिलाधिकारी महोदय के माध्यम से मा मुख्यमंत्री जी को ज्ञापन एवं 6 अक्टूबर को कृषि निदेशालय पर धरना प्रदर्शन किया जाना है। विरोध प्रदर्शन मे मुख्यरुप से प्रान्तीय सयुंक्त मंत्री विनोद निरंजन,मण्डलीय अध्यक्ष अजय प्रताप सिंह,मण्डलीय महामंत्री दीपक कुशवाहा,जिलाध्यक्ष धर्मवीर परिहार,जिलामहामंत्री पुरषोत्तम सहगल, अनिल प्रकाश वर्मा,भगवानदास वर्मा,गोविंन्दसिंह राजपूत,शंकर सिंह राजपूत,रघुनंदन दुबे,निधि राजपूत, सोनिया तिवारी,खुशबू दीक्षित,अल्पना वाजपई,अश्वनी खरे, राजकुमार सागर, चन्दन सिंह ,परवेज खान, विनय मोघे आदि लोग उपस्थित रहे।