भव्यता के साथ मना आजादी का अमृत महोत्सव व चैरा चैरी शताब्दी महोत्सव

काकोरी ट्रेन एक्शन की वर्षगांठ पर हुए विविध कार्यक्रम, वीर शहीदों को किया गया नमन

झांसी। जनपद में पंडित दीनदयाल उपाध्याय सभागार में आजादी के अमृत महोत्सव एवं चैरीचैरा शताब्दी महोत्सव का आयोजन धूमधाम से किया गया। इस श्रृंखला में काकोरी ट्रेन एक्शन की वर्षगांठ पर वीर शहीदों को नमन करते हुए कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्वलन व पुष्प अर्पित कर किया गया।

कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि मेयर रामतीर्थ सिंघल एवं अध्यक्ष जिला पंचायत पवन कुमार गौतम ने कहा कि वास्तव में आज जो यह कार्यक्रम मनाया जा रहा है उसके लिए वह प्रधानमंत्री तथा मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हैं। इन शहीदों को लोग भूल गए थे लेकिन सरकार ने इनको स्मरण करने के लिए पूरे भारतवर्ष में अमर शहीद स्तंभ बना कर महोत्सव के रुप में धूमधाम से मनाया जा रहा है। उन्होंने काकोरी ट्रेन एक्शन की वर्षगांठ पर वीर शहीदों को याद करते हुए कहा कि जब आजादी की लड़ाई का प्रारंभ हुआ और लड़ने के लिए राम प्रसाद बिस्मिल, चंद्रशेखर आजाद, अशफाक उल्ला खान, सचिंद्र नाथ बख्शी आदि लोग आगे आए। इन्होंने कानपुर में पहला कार्यक्रम शुरू किया और 1925 से लेकर 1931 तक आजादी की लड़ाई का कार्य इन लोगों द्वारा किया गया। यह लोग गरम दल के लोग थे। काकोरी स्टेशन के पास चैरी चैरा ट्रेन को लूटने की योजना बनाई और लूट लिया इनके ऊपर हत्या का मुकदमा चलाया गया। हमारे देश में न जाने कितने लोगों ने अपनी जान की आहुति दी है। मंडलायुक्त अजय शंकर पांडेय ने कहा कि आज के इस पावन तिथि के अवसर पर पूरे देश में चैरी चैरा शताब्दी महोत्सव आयोजन की श्रृंखला में काकोरी ट्रेन एक्शन की वर्षगांठ मना कर वीर शहीदों को नमन किया जा रहा है। उसी के अनुसार परंपरागत यह कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। हम उन शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करें। असंख्य लोगों ने अपना बलिदान दिया है। मंडलायुक्त ने वीरांगना महारानी लक्ष्मी बाई को स्वतंत्रता की प्रथम दीपशिखा बताते हुए कहा कि अल्प आयु में ही आपने देश की आजादी अंग्रेजों से मुक्ति के लिए अपने प्राणों तक को निछावर कर दिया
कार्यक्रम में डीआईजी जोगेंद्र कुमार ने कहा की आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने पर अमृत महोत्सव एवं चैरीचैरा शताब्दी महोत्सव मना रहे हैं। उन्होंने कहा कि काकोरी ट्रेन एक्शन की वर्षगांठ पर आज वीर शहीदों को नमन किया जा रहा है। वीरांगना महारानी लक्ष्मी बाई को उन्होंने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि झांसी की रानी ने 23 साल की उम्र में अंग्रेजों से लड़ते हुए अपने प्राणों की आहुति दी।

जिलाधिकारी आंद्रा वामसी ने कहा कि आज का यह दिन गरिमा पूर्ण है इस काकोरी कांड में हमारे वीर सपूतों ने अपनी आहुति दी और आज इन अमर शहीदों को याद कर रहे हैं। उन्होंने महारानी लक्ष्मी बाई को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि सन 1857 की प्रथम दीपशिखा ने अंग्रेजो के खिलाफ जो युद्ध छेड़ा और अपने प्राणों की आहुति दी उसी से आज हम आजादी की वर्षगांठ मनाते हुए आजाद देश में सांस ले रहे हैं।

कार्यक्रम में बौद्ध संस्थान के उपाध्यक्ष एवं दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री हरगोविंद कुशवाहा ने भी वीर शहीदों को याद करते हुए अपना उद्बोधन दिया। इस अवसर पर उन्होंने वीर शहीदों के लिए कविता पाठ भी किया। इस अवसर पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शिव हरी मीणा, नगर आयुक्त अवनीश कुमार राय, मुख्य विकास अधिकारी शैलेष कुमार, अपर जिलाधिकारी संजय कुमार पांडेय, एसपी सिटी विवेक त्रिपाठी, सचिव जेडीए त्रिभुवन विश्वकर्मा, नगर मजिस्ट्रेट सलिल पटेल, पुलिस क्षेत्राधिकारी नगर आर के सिंह, सांसद प्रतिनिधि अतुल अग्रवाल, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी एवं संबंधित अधिकारी सहित अन्य जनप्रतिनिधि तथा गणमान्य नागरिक, जनमानस तथा विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राएं एवं शिक्षक मौजूद रहे।

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