हर घर जल परियोजना की धीमी प्रगति पर डीएम ने कारदाई संस्था को लगाई फटकार
उरई/जालौन (अनिल शर्मा)। जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने शासन की महत्वपूर्ण महत्वाकांक्षी योजना जल जीवन मिशन हर घर जल परियोजना अंतर्गत निर्माणाधीन कार्यों की अद्यतन प्रगति की वर्चुअल समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने समीक्षा के दौरान वर्तमान की कार्य प्रगति धीमी होने पर संबंधित कार्यदायी संस्था को फटकार लगाते हुए कमिश्निंग बढ़ाए जाने के साथ ही मैन पावर एवं मशीनरी बढ़ाए जाने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि शिथिल प्रगति पर कंपनियां बहाना ना बनाएं, बल्कि कार्य योजना बनाएं के निर्धारित अवधि में लक्ष्य कार्य कैसे पूर्ण करना है। उन्होंने कहा कि हर घर नल, हर घर जल केंद्र एवं प्रदेश सरकार की जनहित में महत्वाकांक्षी एवं शीर्ष प्राथमिकता की योजना है, इस योजना के धरातल पर क्रियान्वयन में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उन्होंने कहा कि सभी लंबित परियोजनाओं को युद्ध स्तर पर कार्य कर पूर्ण किया जाए। उन्होंने कहा कि पेयजल योजना के तहत पाइप विछाने व सड़क रैस्टोरेशन के समय उच्च गुणवत्ता एवं मानक के अनुसार ही सामग्री का प्रयोग किया जाए। पाइपलाइन विछाने में तोड़ी गई सड़कों की मरम्मत अगले 15 दिन में पूर्ण करने के सख्त निर्देश दिए। उन्होंने जल निगम एवं टीपीआई अधिकारियों को निर्देशित किया कि निरंतर भ्रमणशील रहकर कार्यों की गुणवत्ता व कार्य की निगरानी कर प्रगति में सुधार लाया जाए।
उन्होंने सला परियोजना, जल योजना की समीक्षा के दौरान कहा कि सभी ग्रामों में शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराये जाने हेतु एक सप्ताह में युद्ध स्तर पर कार्य कर आपेक्षित सुधार हेतु निर्देशित किया। जीवीपीआर डीजीएम चंद्रमोहन को रायपुरा, मधेपुरा एवं कोटा सतई आदि में जलाधारित परियोजना की धीमी प्रगति फटकार लगाते हुए सख्त निर्देश दिए कि एक सप्ताह के अंदर प्रगति में सुधार लाएं, प्रगति खराब होने पर दंडात्मक कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे विशाल यादव, अधिशाषी अधिकारी जल निगम अंचल सहित आदि अधिकारी मौजूद रहे।