शहीद सुल्तान की पत्नी बोली,उज्जैन से गिरफ्तारी समझ से परे

सीबीआई जांच में निकलकर आएगा सामने गद्दार कौन ?
झांसी। दो जुलाई की रात कानपुर क्षेत्र में दबिश देने गई पुलिस के सीओ समेत आठ लोगों को मौत के घाट उतारने वाले 5 लाख के इनामिया दुर्दांत विकास दुबे की उज्जैन से गिरफ्तारी को कोई भी पचा नहीं पा रहा है। शहीद सुल्तान की पत्नी उर्मिला और उसके परिजनों ने इस पर सवाल उठाते हुए सीबीआई जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि सीबीआई जांच में ही निकलकर सामने आएगा कि विकास के मददगार और देश के गद्दार आखिर कौन लोग हैं ?
गुरुवार की सुबह मप्र पुलिस ने उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर से यूपी में 5 लाख के इनामी फरार दुर्दांत अपराधी व 8 पुलिसकर्मियों के हत्यारोपित विकास दुबे को गिरफ्तार कर लिया। उसकी गिरफ्तारी को प्रायोजित बताते हुए तमाम सवाल खड़े हो रहे हैं। इस घटना में झांसी के भोजला गांव निवासी शहीद सिपाही सुल्तान सिंह की पत्नी को भी इस पर बड़ा अचरज हुआ। उसने कहा कि अपराधी विकास दुबे अकेला नहीं है। इसमें तमाम लोग शामिल हैं जो उसकी मदद कर रहे हैं। वह यहां से भागकर वहां तक जा पहुंचा। वह पकड़ा नहीं गया बल्कि उसने स्वयं ही सरेंडर किया है। उन्होंने कहा कि जब यूपी की पुलिस की इतनी सारी टीमें उसके पीछे पड़ी थी,लेकिन उसे पकड़ना तो दूर उसकी भनक तक नहीं लग सकी। और आज सुबह वह उज्जैन पहुंचकर अपने आप यह बोलकर अपने को गिरफ्तार कराता है कि वह विकास दुबे है कानपुर वाला। उसने कहा कि निश्चित ही उसके पीछे कई लोगों का हाथ है। इसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए। उसी में यह निकलकर सामने आएगा कि आखिर उसके साथ और कौन कौन मिलकर उसकी मदद कर रहा है।
गौरतलब है कि दो जुलाई की रात कानपुर के चैबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरु गांव निवासी अपराधी विकास दुबे के घर पुलिस दबिश देने पहुंची थी। इससे पहले ही अपराधी को इस बात की पूरी जानकारी लग गई थी। इसको लेकर वह पहले से ही पूरी तैयारी कर चुका था। मुठभेड़ के दौरान दुर्दांत विकास ने सीओ और थाना प्रभारी समेत 8 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था। और उसके बाद वहां से फरार हो गया था। पुलिस के साथ हुई इस बर्बरतापूर्ण कृत्य को बर्दाश्त न करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विकास व उसके गुर्गों को जिंदा या मुर्दा दबोचने का फरमान जारी करते हुए पुलिस को खुली छूट दी थी। इस पर प्रदेश भर में एसटीएफ समेत पुलिस की 40 टीमें विकास व उसके गुर्गों को खोज निकालने में जुट गई थी। पुलिस को इसमें सफलता भी मिली। विकास के सबसे खास शूटर समेत पुलिस ने कुल 5 लोगों को एनकाउण्टर में मार गिराया था। लेकिन दुर्दांत अपराधी विकास दुबे पुलिस को धता बताकर 7 दिनों तक अपनी मनमर्जी से घूमता रहा।

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