युवा ही भारतीय हॉकी का भविष्य है : तुषार खंडकर
झांसी। जूनियर एशिया कप 2004 के फाइनल में मैन ऑफ द मैच रहे पूर्व ओलंपियन तुषार खंडकर ने भारत के एशिया कप में पाकिस्तान को 2-1 से शिकस्त देकर जूनियर पुरुष हॉकी एशिया कप खिताब तालिका में पहली पायदान पर खड़ा होने पर प्रसन्ता जाहिर करते हुए कहा कि इसका श्रेय पूरी जूनियर भारतीय टीम के लड़को और कोचिंग स्टाफ को जाता है,यह तुषार खंडकर ने टेलीफोनिक वार्ता में खेल विशेषज्ञ बृजेन्द्र यादव से कही।
उन्होंने कहा रिकॉर्ड चौथी बार जूनियर एशिया हॉकी का खिताब जीत कर इस टीम ने भारत वासियों को फिर से गर्व की अनुभूति कराई है। उन्होंने कहा कि मैं भी अंडर/16, अंडर 18,व अंडर 21 एशिया कप की स्वर्ण पदक विजेता भारतीय टीम से निकल कर ही सीनियर भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करने के साथ साथ ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया है। मेरा मानना है कि यही वो सीढ़ी है जो इन युवाओं को भारतीय सीनियर टीम में अपनी जगह बनाने का अवसर प्रदान करेगी।
तुषार ने सहजता से कहा कि एशिया कप जैसे प्रतिष्ठित टूर्नामेंट का विजेता बनने पर देश के हॉकी प्रेमी गर्व की अनुभूति कर रहे होंगे।जापान,कोरिया और चिरपरिचित प्रतिद्वंदी पाकिस्तान को हराकर हमने जीत हासिल की है। एक सबाल के जवाव में उन्होंने कहा कि किसी भी एक या दो खिलाड़ी के बेहतर होने की बात में नही कहूंगा।ये समूची टीम का बेहतर प्रदर्शन था जो हम चैम्पियन बने है,हा हमारी रक्षा पंक्ति ने इस खिताबी मुकाबले में शानदार बचाव किये वही फोरवर्ड लाइन के लड़कों ने भी कमाल का की हॉकी खेली। उन्होंने टीम के कोच सी.आर.कुमार के बारे में कहा कि वे काफी अनुभवी है उनकी भी इस जीत में अहम भूमिका रही है।