पेपर लीक कांड में शामिल लोगों पर बुलडोजर कब चलेगा ॽ : प्रदीप जैन
झांसी। शहर कांग्रेस कमेटी कार्यालय में पूर्व केन्द्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य ने सरकार को घेरते हुए कहा कि टीईटी की परीक्षा में पेपर लीक कांड में शामिल लोगों पर बुलडोजर कब चलेगा ॽ अब योगी जी का बुलडोजर कहां है क्या सरकार सिर्फ किसानों को कुचलने का काम कर सकती है और अपराधियों के साथ उदारदार का व्यवहार साफ नजर आता है।
उन्होंने कहा कि एसटीएफ ने उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा पेपरलीक कांड के मास्टरमाइंड के रूप में राय अनूप प्रसाद को गिरफ्तार किया है। अनूप प्रसाद ने सीधे परीक्षा नियामक प्राधिकारी संजय कुमार उपाध्याय से डील की। प्रश्नपत्र छापने का ठेका लेने वाली कंपनी आरएसएम फिनसर्व लिमिटेड के निदेशक राय अनूप प्रसाद से संजय उपाध्याय की संलिप्तता सामने आयी। राय अनूप प्रसाद मुख्यमंत्री के गृह जिले गोरखपुर का रहने वाले है और बिहार के नरकटियागंज क्षेत्र से बीजेपी विधायक रश्मि वर्मा का भाई है।
अनूप की कंपनी मानकों पर खरा नहीं उतरती थी। उसके पास सिक्योरिटी प्रिंटिंग की कोई सुविधा उपलब्ध नहीं थी। इसकी जानकारी होने के बाद भी संजय ने अनूप की कंपनी को बिना कोई गोपनीय जांच कराए ही वर्क आर्डर दिया। उसकी प्रिंटिंग प्रेस का निरीक्षण तक नहीं किया गया। इससे स्पष्ट है कि गोरखपुर का निवासी होने और बीजेपी विधायक का भाई होने का अनूप प्रसाद को लाभ मिला। सत्ता के गलियारों में उसकी पैठ के कारण ही उसे प्रश्नपत्र छापने की जिम्मेदारी दी गयी थी। उन्होंने कहा कि साफ है कि यूपी की बीजेपी सरकार 20 लाख परीक्षार्थियों के भविष्य से खिलवाड़ करने की अपराधी है। पेपर लीक कांड अपराधियों और योगी सरकार के गठजोड़ का ज्वलंत उदाहरण है।
महानगर अध्यक्ष अरविंद वशिष्ठ ने कहा कि योगी आदित्यनाथ बार-बार बुलडोजर चलाने की बात करते हैं। आखिर राय अनूप प्रसाद और संजय उपाध्याय जैसे लोगों के घरों पर बुलडोजर कब चलेगा। यह पहली बार नहीं है कि योगी सरकार ने बेरोज़गारों के साथ छल किया है। मुख्यमंत्री परीक्षा की तैयारी करने वाले नौजवानों को नहीं, नकल माफियाओं को रोजगार दे रहे हैं। वादा था 70 लाख रोजगार देकर नंबर वन बनाने का लेकिन बना दिया पेपर लीक कराने में उत्तर प्रदेश को नंबर वन बना दिया है।
आभार वरिष्ठ गांधीवादी नेता उपाध्यक्ष शहर कांग्रेस कमेटी राजेंद्र रेजा ने व्यक्त किया।
इस मौके पर उपाध्यक्ष शंभू सेन, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष सफीक अहमद मुन्ना, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ शहर अध्यक्ष अफसर खान अजय जैन, सचिन श्रीवास, मनीष रायकवार, प्रदीप गुर्जर आदि मौजूद रहे।
इसके पहले भी दर्जनों बार परीक्षा के पेपर हुए लीक
◆ अगस्त 2017 : सब स्पेक्टर पेपर लीक
◆ फरवरी 2018 यूपीपीसीएल पेपर लीक
◆ अप्रैल 2018 यूपी पुलिस का पेपर लीक
◆ जुलाई 2018 अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड का पेपर लीक
◆ अगस्त 2018 स्वास्थ्य विभाग प्रोन्नत पेपर लीक
◆ सितंबर 2018 नलकूप आपरेटर पेपर लीक
◆ 41520 सिपाही भर्ती पेपर लीक
◆ जुलाई 2020, 69000 शिक्षक भर्ती पेपर लीक
◆अगस्त 2021 बीएड प्रवेश परीक्षा पेपर लीक
◆ अगस्त 2021 पीईटी पेपर लीक
◆ अक्टूबर 2021 सहायता प्राप्त स्कूल शिक्षक/प्रधानाचार्य पेपर लीक
◆ अगस्त 2021 यूपी टीजीटी पेपर लीक
◆ एनईईटी पेपर लीक
◆ एनडीए पेपर लीक
◆ एसएससी पेपर लीक
और अब नवंबर यूपीटीईटी पेपर लीक।