कृषि विज्ञान संस्थान में कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम
झांसी। गुरुवार को बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान संस्थान में चल रहे ग्रामीण कृषि कार्यानुभव कार्यक्रम के अंतर्गत अंतिम वर्ष के छात्र – छात्राओं हेतु कौशल व उद्यमिता विकास के तहत एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन कार्यक्रम समन्वयक डॉ. सत्यवीर सिंह के मार्गदर्शन में किया गया।
कार्यक्रम की रूप रेखा को प्रस्तुत करते हुए कहा कि छात्रों को अधिक से अधिक इस तरह के प्रशिक्षण में बढ़ चढ़ कर प्रतिभागी के रूप में स्वयं के निर्मित उत्पादों को आमदनी के अतिरिक्त आय के साथ साथ रोजगार सृजन में सामजिक दायित्व का निर्वहन करना चाहिये, साथ ही मृदा परीक्षण, जल परीक्षण, पादप परीक्षण तथा बीज परीक्षण के आधार पर कृषि इनपुट्स के संतुति करने पर बल दिया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में छात्रों द्वारा जैव उर्वरक, फल तथा सब्जी प्रसंस्करण, मशरूम, कृषि अवशेष, जैव कीटनाशक तथा नर्सरी से सम्बंधित 50 से अधिक स्वनिर्मित उत्पादों का भौतिक प्रदर्शन भी किया | प्रशिक्षण कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रोफेसर बी. गंगवार शैक्षणिक चेयरमेन ने छात्र – छात्राओं को संबोधित करते हुए “learning by doing” के सिद्धान्त को अपनाने पर जोर देते हुए कहा कि प्रशिक्षण के माध्यम से बनाये गये उत्पादों एवं क्रिया कलापों को रोजगार सृजन में बड़ी भागीदार बनाने में समर्थ है | कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. नरेश कुमार सिंह (Assosiate professor) बी.एन.वि. राठ, ने छात्रों को कृषि पढाई पूर्ण करने के उपरांत नौकरी करने की अपेक्षा स्वयं का उद्यम विकसित कर आत्मनिर्भर बनने पर जोर दिया | कार्यक्रम के दौरान प्रमुख रूप से कार्यक्रम अधिकारी डॉ. संतोष पाण्डेय, डॉ. हाशमी, डॉ. महिपत, डॉ. जयनारायण तिवारी, डॉ. हरपाल सिंह, डॉ. प्रदीप कुमार, डॉ. अभिषेक कुमार और श्री नितिराज आदि उपस्थित रहे | कार्यक्रम में टीम लीडर जितेन्द्र, दीपम, राघवेंद्र, अमित, विपिन, शारिक और ऋषि शर्मा के साथ साथ अन्य छात्र – छात्राओं ने बढ-चढ़ कर प्रतिभाग किया |