आत्मनिर्भर भारत की दिशा में उद्यमशीलता चर्चा’’ विषयक संगोष्ठी संपन्न

झाँसी। ‘‘उद्यमशीलता के लिए नवाचारी विचार होना आवश्यक है। अगर विद्यार्थी अध्ययनकाल से ही नवोन्मेषी विचारों के माध्यम से अपना स्वरोजगार प्रारम्भ करता है, तो वह पढाई पूरी होते ही एक सफल उद्यमी के रुप अपनी पहचान बना सकता है। उपरोक्त विचार नेशनल ऐसोशिएसन आफ प्रोफेशनल सोशल वर्कर्स इन इण्डिया के आव्हान पर बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय झाँसी के समाज कार्य विभाग द्वारा तृतीय राष्ट्रीय समाज कार्य सप्ताह के अन्तर्गत विश्वविद्यालय के इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल के सहयोग से काउंसिल की अध्यक्ष प्रो. अर्पणा राज के मार्गनिर्देशन में ‘‘आत्मनिर्भर भारत की दिशा में उद्यमशीलता चर्चा’’ विषयक संगोष्ठी में मशरुम उत्पादन उद्यमी, मनुप्रा कम्पनी के निदेशक प्रवीण वर्मा ने व्यक्त किये।


उन्होनें अपने अध्ययनकाल की चुनौतियों को विद्यार्थियों के साथ सांझा करते हुए कहा कि कोई भी काम छोटा-बडा नहीं होता। हमें यह नहीं सोचना चाहिए कि लोग क्या कहेंगें, हमें अपनी पूरी क्षमताओं के साथ अपने उद्यमी विचारों को आगे ले जाना चाहिए, ताकि हम अपने व्यवसाय को बेहतर तरीके से स्थापित कर सकें।
संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुए ‘‘गो क्राफ्ट एजेन्सी’’ की संस्थापिका श्रीमती वंदना अग्रवाल ने गोबर के माध्यम से बनाये गये अपने उत्पादों का विद्यार्थियों के समक्ष रखते हुए कहा कि इस प्रकार के उत्पाद न केवल प्रकृति के कचरे को साफ करते हैं, बल्कि पर्यावरण की सुरक्षा भी करते हैं।

संगोष्ठी को सम्बोधित करते नव उद्यमी अनन्या द्विवेदी ने अपनी कम्पनी ‘‘फार एवर’’ के प्राकृतिक शहद से बने उत्पादों के विषय में विद्यार्थियों को अवगत कराते हुए कम्पनी द्वारा किए जा महिला सशक्तिकरण के कार्यों पर भी प्रकाश डाला।

कार्यक्रम का संचालन संयोजक डाॅ. मुहम्मद नईम ने, स्वागत आयोजन सचिव डाॅ. नेहा मिश्रा ने व आभार आई.आई.सी. की कार्यक्रम समन्वयक डाॅ. शिल्पा मिश्रा ने व्यक्त किया। इस अवसर पर आईआईसी कार्यक्रम संयोजक डॉ इरा तिवारी, समाज कार्य विभाग के समन्वयक डाॅ. अनूप कुमार, पर्यावरण संस्थान की समन्वयक डाॅ. स्मृति त्रिपाठी, वनस्पति विज्ञान विभाग के सहायक आचार्य डाॅ. राजेश पाण्डेय, विधि संस्थान की सहायक आचार्य डाॅ. रितु शर्मा, अर्थशास्त्र, बैंकिंग एवं वित्त संस्थान की सहायक आचार्य डाॅ. अंकिता जैसमीन लाल, डाॅ. गजाला अहमद, डाॅ. प्रियंका अग्रवाल, श्रीमती गुंजा चतुर्वेदी, उदय अग्निहोत्री, इकबाल खान, रोहित प्रजापित सहित समाज कार्य, पर्यावरण, फीजियोथेरेपी, बायोमेडिकल, अर्थशास्त्र विभागों के विद्यार्थी उपस्थित रहे। सभी अतिथियों को आयोजकों द्वारा पौधा स्मृति चिन्ह के रुप में भेंट किया गया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *