कविता एवं शायरी मनोरंजन और प्रेरित करने का उत्कृष्ट साधन : डॉक्टर संदीप

वीरांगना लक्ष्मीबाई की भूमि झाँसी में दो दिवसीय राष्ट्रीय साहित्य सम्मेलन हुआ सम्पन्न

झाँसी। भव्यता और साहित्यिक वातावरण में देश के प्रतिष्ठित साहित्यकार एजाज अंसारी की अध्यक्षता में याकूब अहमद मंसूरी, ममता अहार, अजीम देवासी, रवि ठाकुर, संतोष पटेरिया, रमा शुक्ला तथा राजेश भटनागर जयपुर के अतिथ्य में यह कार्यक्रम देर रात तक चला। इस कार्यक्रम में देश – विदेश के प्रतिष्ठित कवियों,शायरों ने अपना रचना पाठ किया। कार्यक्रम का प्रारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ हुआ और उसके पश्चात अंकिता आनंद तथा दीप्ति गौतम ने नृत्य प्रस्तुत किया।

इस कार्यक्रम के प्रथम सत्र का संचालन डॉ. अरविंद श्रीवास्तव असीम ने किया तथा काव्य पाठ के सत्र कासंचालन राजकुमार अंजुम ने बखूबी किया। कार्यक्रम में विशेष उपस्थिति जहूर जहीराबादी, हैदराबाद ,मकसूद शाहिद देवास चांद आखिरी टीकमगढ़ ,साधना सोनी डबरा, उषा निगम दिल्ली विनोद मिश्र शिरोमणि, अर्जुन सिंह चांद, बलराम सोनी, श्रीमती संध्या निगम, प्रोफेसर ज्योति वर्मा, आनंद श्रीवास्तव प्रयागराज की रही।

अतिथियों का स्वागत डॉ. अरविंद श्रीवास्तव असीम, अब्दुल जब्बार शारिब, आजाद अन्जान, सिकंदर खान, अंकिता आनंद, योगेश सोनी, आदिल खान ,अर्णव साहू, देवांग गुप्ता के द्वारा किया गया। सभी साहित्यकारों ने डायरेक्टर सीमा सिंह तथा डायरेक्टर दिलशेर दिल के इस भव्य आयोजन की बेहद सराहना की। द्वितीय दिन के कार्यक्रम में झांँसी के प्रख्यात समाजसेवी संदीप कुमार सरावगी मुख्य अतिथि के रूप में मंच पर आसीन हुए।

कार्यक्रम की अध्यक्षता देश के प्रसिद्ध शायर एजाज अंसारी ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में निहालचंद शिवहरे, राजकुमार अंजुम उपस्थित रहे। कार्यक्रम के प्रथम सत्र का संचालन डॉ. अरविंद श्रीवास्तव असीम ने किया। आज के कार्यक्रम में अंतर्राष्ट्रीय नृत्यांगना ममता अहार ने महाभारत की एक घटना पर अपनी नृत्य नाटिका प्रस्तुत की जिसे दर्शकों ने बहुत सराहा। आज काव्य पाठ का कार्यक्रम सुबह 10:00 बजे से प्रारंभ होकर शाम 5:00 बजे तक चला। इसके पश्चात मुख्य अतिथि संदीप सरावगी ने कवियों तथा शायरों का सम्मान किया तत्पश्चात डॉ० संदीप ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा साहित्य एक विस्तृत विषय है कविता और वक्तव्य के माध्यम से ऐसी बातों को रखा जा सकता है जो लोगों के लिए प्रेरणादायक हो।

 

हमारे देश में कई ऐसे कवि और शायर हुए हैं जिन्हें सुनकर भूतकाल से लेकर भविष्य तक की बातों को शब्दों में प्रयोग कर श्रोताओं के समक्ष रखा जिससे उत्साहित होकर कई लोगों ने असंभव जैसे कार्य कर दिखाये। एक अच्छे रचनाकार के लिए आवश्यक है कि वह देश और जनहित के लिए अपनी रचनाएं लिखें चाहे वह हास्य के माध्यम से हो, उत्साह के माध्यम से या गंभीरता से। मैं आयोजक मंडल को भी ढेर सारी शुभकामनाएं देता हूं जिन्होंने देश भर के कलाकारों को एकजुट कर इस भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम का संचालन प्रख्यात कवि अर्जुन सिंह चांद ने किया।

 

कार्यक्रम की सफलता के लिए मंचस्थ अतिथियों ने जितेंद्र सिंह यादव, अब्दुल जब्बार शारिब, डॉ. अरविंद श्रीवास्तव असीम, आजाद अन्जान, सिकंदर खान, अंकिता आनंद, दीप्ति गौतम, योगेश सोनी, आदिल खान, अर्णव साहू तथा देवांग गुप्ता की भूरि- भूरि प्रशंसा की। कार्यक्रम का समापन ममता आहार के झूमर नृत्य से हुआ। इस कार्यक्रम में संपूर्ण देश के लगभग 20 प्रांन्तों से आये रचनाकारों ने काव्य पाठ किया। आभार प्रदर्शन डायरेक्टर दिलशेर दिल ने किया तथा अतिथियों का सम्मान डायरेक्टर सीमा सिंह के द्वारा किया गया।

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