प्रदेश के सभी जिलों में पदक विजेता बॉक्सर तैयार हो : प्रमोद कुमार

झांसी। भोपाल में 26 जून से1 जुलाई तक आयोजित होने वाली राष्ट्रीय यूथ महिला बॉक्सिंग प्रतियोगिता के लिए मेजर ध्यानचंद स्पोर्ट्स स्टेडियम के बॉक्सिंग हॉल में चल रहे उ. प्र. यूथ महिला बॉक्सिंग के विशेष प्रशिक्षण शिविर में प्रदेशभर के यूथ महिला बॉक्सरो के प्रशिक्षण शिविर का जायजा और उनके ठहरने व रुकने की सुविधाओं के बारे में विस्तृत जानकारी के लिए आज उत्तर प्रदेश बॉक्सिंग संघ के नवनिर्वाचित महासचिव प्रमोद कुमार ने झाँसी आकर खिलाड़ियों से मुलाकात कर खेल विशेषज्ञ बृजेंद्र यादव से विशेष बातचीत में कहा कि लंबे समय के इंतजार के बाद उ. प्र. बॉक्सिंग संघ का अस्तित्व फिर से देश के मुक्केबाजों में जोश भरने के लिए दृढ़ता और पूर्ण इमानदारी से फिर सक्रिय है।

 

उन्होंने कहा कि पहले हुआ उसे भूल जाओ ,अब नए सिरे से हर जिले की यूनिट का आकलन किया जा रहा है । उन्होंने कहा समूचे उ. प्र. में जो जिले अभी तक प्रदेश बॉक्सिंग संघ से मान्यता प्राप्त नही है उन्हें अस्थाई कमेटी बनाकर मान्यता प्रदान की जाएगी,और उनकी परफॉर्मेंस के बाद उन्हें मान्यता प्रदान की जाएगी।जबकि निष्क्रिय यूनिटों को अमान्य घोषित कर नई यूनिटों का गठन करने में भी कोई गुरेज नही होगा।

 

नए जिलों में अस्थाई कमेटी का कार्यकाल 2 वर्ष का होगा यदि वह अपना प्रदर्शन कर प्रदेश संघ को नए और प्रतिभाशाली मुक्केबाज तैयार करते है, तो उन जिलों को मान्यता दी जाएगी। मेरा मकसद सिर्फ चुनाव में वोटिंग करने के लिए किसी भी जिले में वोटिंग राइट के लिए कागजों में कार्यकारिणी गठित करवाना नहीं है। बॉक्सिंग खेल कैसे आगे बढ़े इस पर उन्होंने कहा कि हर जिले में समीक्षा जारी रहेगी और उस जिले के किसी ना किसी जिम्मेदार पदाधिकारी या प्रशिक्षक से पूछ कर इस बात का आकलन समय समय पर किया जाएगा। कि जिले में बॉक्सिंग खेल के लिए कितने प्रयास किए जा रहे हैं। प्रमोद कुमार ने मेजर ध्यांनचन्द स्पोर्ट्स स्टेडियम के प्रभारी क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी सुरेश बोनकर की सराहना करते हुए कहा कि वह खिलाड़ियों को वो सभी सुविधाएं उपलब्ध रहा रहे है जो उन्हें मिलना चाहिए।

देश के पहलवानों के धरने के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि ये मामला पुलिस और कोर्ट की जांच में विचाराधीन है।इस पर कुछ कहना अभी मुनासिफ नही होगा। मेरी व्यकिगत राय है कि पहलवानों के साथ इतनी तकरार नहीं बढ़ती यदि शुरू में सरकार या एसोसिएशन के बड़े पदाधिकारी प्रयास कर सरकार व देश की किरकिरी कराने से बच सकते थे। उन्होंने खेल संघों में राजनैतिक और ब्यूरोक्रेट्स का उच्च पदों पर कब्जा जमा कर बैठने के सवाल को लेकर कहा कि जिनका कभी खेल से वास्ता ही न रहा हो वो उस खेल व खिलाड़ियों को कभी भी उच्च शिखर पर नही पंहुचा सकते।

उत्तर प्रदेश बॉक्सिंग संघ में क्या इतना धन है कि वह प्रदेश के बॉक्स में को सभी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध करा सकें इस सवाल पर उन्होंने कहा अभी-अभी प्रदेश कार्यकारिणी गठित हुई है और कोषाध्यक्ष झांसी के डॉ रोहित पांडे मनोनीत हुए हैं। हम सब मिलकर उत्तर प्रदेश बॉक्सिंग संघ के खाली कोष को जिले व प्रदेश स्तर पर बॉक्सिंग खेल को उन्नति पर ले जाने के लिए सक्षम सभी के सहयोग से भरने का प्रयास करेंगे। जिससे कि भविष्य में उत्तर प्रदेश के मुक्केबाजों को किसी प्रकार की आर्थिक और खेल से संबंधित कोई कमी ना हो सके।

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