किसान दिवस में अनुपस्थित अधिशासी अभियंता सिंचाई से स्पष्टीकरण लिए जाने के निर्देश

किसानों ने लघु सिंचाई विभाग पर साधा निशाना, सीडीओ ने दिए कुओं की जांच के निर्देश

झांसी। विकास भवन सभागार में किसान दिवस का आयोजन मुख्य विकास अधिकारी जुनैद अहमद की अध्यक्षता में आयोजित हुआ।

मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि किसान दिवस की बैठक मात्र औपचारिकता ना हो,कृषि से संबंधित समस्त अधिकारियों की उपस्थिति शत प्रतिशत हो। उन्होंने बैठक में अनुपस्थित अधिशासी अभियंता सिंचाई उमेश कुमार से स्पष्टीकरण लिए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसान को खेती-किसानी के लिए बेहतर वातावरण उपलब्ध कराना एवं उनकी समस्याओं का समय से निस्तारण करना हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी है। इसके अतिरिक्त उन्होंने सभी विभागों को आपसी सामंजस्य बनाते हुए किसानों को अधिक से अधिक योजनाओं का लाभ कैसे प्राप्त हो और उत्पादन को कैसे बढ़ाया जाए, कैसे उन्हें उनकी उपज का बेहतर दाम दिलाया जा सके पर फोकस किए जाने के निर्देश दिए। मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि जनपद में एग्री स्टैक परियोजना के अंतर्गत डिजिटल क्रॉप सर्वे के क्रियान्वयन की तैयारियों पूर्ण कर ली गई हैं। उन्होंने कहा कि जनपद झांसी में भारत सरकार द्वारा केंद्र पोषित डिजिटल मिशन ऑन एग्रीकल्चर घटक के अंतर्गत प्रदेश में उगाई जाने वाली फसलों के रियल टाइम सर्वेक्षण हेतु एग्री स्टैक परियोजना के अंतर्गत जिओ- रेफरन्स आधारित फसल की फोटो के साथ डिजिटल क्रॉप सर्वे कार्यक्रम वर्तमान वित्तीय वर्ष में खरीफ-2023 से पायलट प्रोजेक्ट के रूप में संचालित किया जाना है। इस योजना के संचालन से किसानों को अनेक सुविधाएं प्राप्त होगीं। किसानों को विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त करना,बैंक द्वारा फसली ऋण का सत्यापन किया जाना, फसल बीमा प्रस्ताव का सत्यापन किया जाना,न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कृषि उत्पादन का खरीद,सूखे के दौरान फसल नुकसान होने पर राहत / अनुदान का वितरण,राज्य के वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद के अनुमान, किसानों को संस्थागत खरीदारों से जोड़ने का अवसर,कृषि इनपुट सप्लायर के साथ कृषकों को जोड़ने का अवसर, किसानों को लक्षित फसल सलाह प्रदान किया जाना है। किसान एवं किसान प्रतिनिधियों से आव्हान किया कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के लाभार्थी ईकेवाईसी/ आधार लिंक/एनपीसीआई सीडिंग एवं भूलेख अंकन कराना सुनिश्चित करें ताकि किसानों को योजनाओं का लाभ प्राप्त हो सके। उन्होंने बताया कि किसान यदि ऐसा नहीं कराते हैं तो उन्हें प्राप्त होने वाली आगामी किस्त से वंचित रहना पड़ेगा। उन्होंने कृषि अधिकारियों से कहा कि किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि ऐसे किसान जो अभी योजना से वंचित हैं जिनका भूलेख सत्यापन लंबित है, तहसील स्तर पर तत्काल भूलेख अंकन करना सुनिश्चित किया जाए। जिला कृषि अधिकारी के के सिंह ने बताया कि जनपद में यूरिया 15540 एमटी एवं डीएपी 15662 एमटी की उपलब्धता है जो लक्ष्य से अधिक है। किसान प्रतिनिधि गौरीशंकर बिदुआ द्वारा जनपद में जल समस्या को लेकर जल संचय, जल संरक्षण और वितरण के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि मोंठ क्षेत्र में यदि बोरिंग की सुविधा किसानों को उपलब्ध करा दी जाए तो नहर के पानी का इस्तेमाल जनपद के अन्य क्षेत्र में किया जा सकता है। उन्होंने सिंचाई विभाग को निर्देशित किया कि नेहरों का संचालन किसानों की मांग के अनुसार सुनिश्चित करें। इसके साथ ही पानी नहर के अंतिम छोर तक पहुंचे इसी भी सुनिश्चित किया जाए ताकि सभी किसानों को सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध हो।

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