बैंकर्स कृषकों को समय से ऋण वितरण करें, किसानों का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं
पत्रावलियों को लम्बित रखने पर होगी कार्यवाही
ऋण आवेदन निरस्त करने की देनी होगी जानकारी
झाँसी : जिलाधिकारी आन्द्रा वामसी ने विकास भवन सभागार में आयोजित जिला स्तरीय तकनीकी समिति (डीएलटीसी) बैठक की अध्यक्षता करते हुये समस्त बैंकर्स को निर्देश दिये कि कृषकों को समय से ऋण आवंटित किया जाए। किसानों का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और यदि ऋण आवेदन की पत्रावलियों को अनावश्यक लटकाया गया तो सम्बन्धित के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
बैठक में वर्ष 2021-22 के लिए खरीफ एवं रबी की फसलों, उद्यानिकी फसलों, मछली पालन, पशुपालन, गाय, भैंस, भेड़, बकरी, सूकर आदि के ऋण वितरण के लिए वित्तमान निर्धारित किया गया। बैठक में फसली ऋण उपलब्ध कराए जाने के लिए वित्तमान निर्धारित करते हुये विभिन्न फसलों के लिये, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग अन्तर्गत उत्पादन के लिए सामग्री, श्रम एवं अन्य मानक प्रति एकड़ व अन्य मानक व्यय प्रति हैक्टेयर तथा औषद्यीय पौधों की खेती के लिये कुल लागत प्रति एकड़ व अन्य व्यवसाय के लिए जिला तकनीकी समिति द्वारा वित्तमान निर्धारित किया गया।
उन्होंने कहा कि बैंक किसानों की मदद करते हुए उन्हें उन्नति के रास्ते पर ले जाएं और गांवों में ज्यादा से ज्यादा रोजगार का सृजन करने में मदद करें। बैंकों द्वारा किसानों के उत्पीड़न की खबरें बिलकुल नहीं आनी चाहिए।
बैठक में पशुपालकों के लिए 02 गाय व भैंस के लिए 80 हजार रुपये, बकरी व भेड़ पालन 02 नग के लिए 47380 रुपये, सूकर के लिए 21660 रुपये प्रति यूनिट, मुर्गी पालन के लिए लेयर 5 हजार प्रति यूनिट 881500 तथा बायलर 01 हजार प्रति यूनिट 109800 रुपये, मछली पालन के लिए 04 लाख रुपये प्रति हैक्टेयर वित्तमान निर्धारित किया गया है।
इस मौके जिला विकास अधिकारी सुनील कुमार, डीडीएम नाबार्ड भूपेश पाल, जिला कृषि अधिकारी केके सिंह, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डा. वाईएस तोमर, मुख्य प्रबंधक एसबीआई अरविंद कुमार, अपर जिला कृषि अधिकारी आशीष चौरसिया, वरिष्ठ प्रबंधक पीएनबी सीवी आर्य, भानु प्रताप सिंह सहित अन्य विभागों के अधिकारी व बैंकर्स उपस्थित रहे।