अयोध्या बनी झांसी : हर्षोल्लास से मनाया गया रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम

झांसी। 500 वर्षों से अधिक की प्रतीक्षा के बाद सोमवार को अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि पर निर्मित भव्य मंदिर में श्रीरामलला के बाल विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान पूरा हुआ और इसके साथ ही प्रभु श्रीराम अपने मंदिर में विराजमान हो गए। इस पूरे प्राण प्रतिष्ठा समारोह को वीरांगना नगरी झांसी में जबरदस्त हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। पूरे महानगर में प्रभु के आगमन को लेकर गली मोहल्ले व चौराहों को भव्यता के साथ सजाया गया। हजारों स्थानों पर भंडारों का आयोजन किया गया। ये कहना कोई अतिश्योक्ति नहीं है कि झांसी दूसरी अयोध्या बन गया।

मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम के बाल विग्रह के विराजमान होने का समय आते ही महानगर के सभी प्रमुख मंदिर शंखनाद और मंत्रोच्चार से गुंजायमान हो उठे। जय श्रीराम के जयघोषों के साथ श्रीराम लला प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के मुख्य यजमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पूजन अर्चना के साथ ही महानगर के प्रमुख मंदिरों में भी पूजा अर्चना शुरू की गयी।

इस पूरे आयेाजन के दौरान मंदिर परिसर शंखनाद और मंत्रोच्चारों से गुंजायमान होता रहा। बड़ी संख्या में रामभक्त विभिन्न मंदिरों में विशेष पूजा अर्चना के लिए उपस्थित हुए। इससे पहले महानगर के छोटे बड़े सभी मंदिरों को विशेष रूप से सजाया गया। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के दौरान मंदिरों में भजन कीर्तन और रामसेवकों द्वारा प्रभु श्रीराम की विशेष आरती की गयी। महानगर में 16 मंदिरों और जिले में 12 मंदिरों में राम लला प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का लाइव प्रसारण दिखाया गया।

मेंहदी बाग स्थित श्रीरामजानकी मंदिर में संघ के स्वयंसेवकों ने घोष और वेणु वादन करते हुए श्रीराम स्तुति- श्रीरामचंद्र कृपालु भजमन हरण भव भय दारुणं पर वादन किया। तो वहीं अंतिम चरण में घोष की रचना श्रीराम का भी वादन किया गया। इस अवसर पर वहां महानगर संघ चालक सतीश शरण, महानगर प्रचारक सक्षम,शारीरिक प्रमुख राहुल,सहनगर कार्यवाह देवांश,केके पांचाल, ध्रुव पांचाल,पार्षद प्रवीण लखेरा,महानगर घोष प्रमुख सायुज्य पाठक,वयम, अकिंचन, वासुदेव आदि उपस्थित रहे।

सिद्धेश्वर मंदिर पर भी अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का लाइव प्रसारण दिखाया गया इस अवसर पर वहां सांसद अनुराग शर्मा वी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचारक अखंड प्रताप भी उपस्थित रहे आचार्य हरिओम पाठक ने कहा कि 500 वर्षों की तपस्या और लाखों लोगों के बलिदान का आज हमें प्रतिफल मिला है। हमारे राजा राम आज अयोध्या में विराजमान हो गए हैं। अब राम राज्य की स्थापना हो चुकी है।

सब लोग दहक दैविक भौतिक तापों से दूर रहते हुए आनंदित रहें। सिद्धेश्वर मंदिर से सांसद द्वारा लकड़ी से 14 फुट ऊंचा व 18 फुट लंबा निर्मित कराया गया प्रभु श्रीराम के मंदिर का मॉडल को भी नगर में भ्रमण कराया गया। सांसद आवास पर सांसद अनुराग शर्मा व उनकी पत्नी श्रीमती पूनम शर्मा ने मंदिर के मॉडल में विराजमान श्रीराम का तिलक किया। उन्होंने बताया कि रथ पूरे संसदीय क्षेत्र में घूमेगा।

कहीं मंदिरों में सुंदरकाड का सामूहिक पाठ किया गया तो कहीं अखंड रामायण का आयोजन किया गया। कहीं हनुमान चालीसा के साथ हवन और धार्मिक अनुष्ठान के साथ प्रसाद वितरण किया गया। महानगर के 60 वार्डों और प्रत्येक मोहल्ले को विशेष रूप से सजाते हुए अयोध्या बनाया गया। महानगर के 35 चौराहे को विशेष रूप से सजा धजा कर रामलला के स्वागत को तैयार किया गया।

मंदिरों में ही नहीं महानगर के बाजारों और विभिन्न स्थानों पर भी श्रीरामलला के स्वागत में हर्षोल्लास में सराबोर नजर आये। विभिन्न बाजारों में लोग रामधुन पर लोग नाचते गाते नजर आये तो जगह जगह पर भंडारों का आयोजन किया गया। पूरा महानगर ही राममय ,भगवामय नजर आ रहा है। जिस गली या मोहल्ले में निकल जाएं लोग अपने अपने तरीके से लगभग 500 साल बाद रामलला के गर्भगृह में स्थापित होने की खुशी में सराबोर नाचते गाते नजर आये। इस अवसर पर महानगर के दीक्षित बाग में शंकर जी और हनुमान जी के मंदिर में भव्य भंडारे का आयोजन किया गया।

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