प्राइवेट अस्पतालों में भी Corona मरीज का हो फ्री इलाज
कोरोना वैक्सीन को पेटेंट न दिए जाने का आवाहन
205 देशों में 17 करोड़ से अधिक कोरोना पीड़ित
34 लाख लोगों की हो चुकी है मौत
चीनी सामान का हो बहिष्कार, जलाई जाए होली
जालौन : कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों का इलाज सरकारी अस्पताल की तरह निजी अस्पतालों में भी मुफ्त में होना चाहिए। इसमें जो भी खर्च आए, उसे सरकार को वहन करना चाहिए। सरकार को इसके लिए कानून बनाना चाहिए। यह विचार वरिष्ठ पत्रकार अनिल शर्मा ने व्यक्त किए। वह रविवार को विश्व जागृत दिवस के अवसर पर स्वदेशी जागरण मंच की ओर से आयोजित सरस्वती शिशु मंदिर राजेंद्र नगर के सभागार में संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए बोल रहे थे।
शर्मा ने कहा की 205 देशों में Corona महामारी फैली हुई है। 17 करोड़ लोग इस बीमारी से ग्रसित हो चुके हैं। 34 लाख लोग इसके कारण जान गवा चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक कानून बनवाना चाहिए कि निजी अस्पतालों में भी मुफ्त में इलाज होना चाहिए। प्राइवेट अस्पतालों में 15 से 20 लाख रुपये खर्च करने पड़ते हैं। पूरी दुनिया में 15 तरह की वैक्सीन इजाद की गई हैं। वैक्सीन पेटेंट ना हो पाए वरना गरीब लोगों और लोअर मिडल क्लास को इलाज कराने में दिक्कत हो जाएगी।
उपजा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दीपक अग्निहोत्री ने कहा कि इस संकट काल में प्रधानमंत्री ने लोगों से आत्मनिर्भर बनकर देश को प्रगति पथ पर ले जाने का आवाहन किया। देश के वैज्ञानिकों-चिकित्सकों ने कठिन परिश्रम करके कम समय में कोवैक्सीन और कोविशील्ड बनाई। अग्निहोत्री ने कहा कि पूरे देश में स्वदेशी जागरण मंच के बैनर तले चीनी सामानों के बहिष्कार का आंदोलन चलना चाहिए तथा जगह-जगह उसकी होली जलानी चाहिए।
स्वदेशी जागरण मंच संगोष्ठी के मुख्य वक्ता तथा लोकतंत्र रक्षक सेनानी राजाराम व्यास ने कहा कि भारत जैसे विकासशील देश के वैज्ञानिकों, चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टाफ और सुरक्षाबलों ने पूरी सक्रियता के साथ कोरोना महामारी का मुकाबला किया है। चीन के वुहान प्रांत में वैज्ञानिकों की गलती से या जानबूझकर एक वायरस बनाकर दुनिया को तबाही के मुहाने पर पहुंचा दिया है। सभी को मिलकर चीन के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि मैग्सेसे सम्मान से सम्मानित सोनम बांचुक ने लद्दाख से ही स्वदेशी जागरण मंच के बैनर तले चीनी सामानों के बहिष्कार का आंदोलन शुरू कर दिया है। इसे और तेज़ करना होगा। कार्यक्रम का संचालन इस संगोष्ठी के संयोजक सूर्य कुमार दीक्षित ने किया। इस अवसर पर डॉ राजेश पालीवाल, प्रमोद लोहारी, राघवेंद्र परिहार, आशीष पटेल, डॉ नंदकिशोर गुप्ता, रविंद्र कुमार त्रिपाठी, सूर्य नायक, सुमित प्रताप सिंह, अपूर्व मिश्रा सहित तमाम गणमान्य लोग मौजूद थे।