कोरोना जागरूकता अभियान हर घर तक पहुंचेगा
पाल काॅलोनी, डडियापुरा एवं बबीना, बडागांव ब्लाॅक के मानपुर, खजुराहो बुजुर्ग, सरवां सहित आधे दर्जन गांव में पहुंचे कार्यकर्ता
झाँसी : कोरोना (Corona) महामारी की जानलेवा दूसरी लहर को देखते हुए परमार्थ समाज सेवी संस्थान के द्वारा सोमवार से कोरोना जागरूकता अभियान का आरम्भ किया गया। इसके अन्तर्गत बुन्देलखण्ड के सभी जिलों में संस्थान के कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोेगों को कोरोना महामारी के प्रति जागरूकता कर एवं उन्हें वैक्सीन (Vaccine) लगवाने के लिए प्रेरित करेंगे।
अभियान के पहले दिन झाँसी नगर की मलिन पाल काॅलोनी, डडियापुरा एवं बबीना, बडागांव ब्लाॅक के मानपुर, खजुराहो बुजुर्ग, सरवां सहित आधे दर्जन गांव में संस्थान के कार्यकर्ताओं ने जाकर लोगों को कोरोना के बारे में जागरूक किया।
आपदा से निपटने में मास्क एवं सामाजिक दूरी ही सबसे बड़ा उपाय
अभियान की शुरुआत करते हुए परमार्थ के प्रमुख संजय सिंह ने कहा कि वर्तमान समय में इस आपदा से निपटने में मास्क एवं सामाजिक दूरी ही सबसे बड़ा उपाय है। हम सबको इस महामारी को रोकने के लिए कोरोना के प्रोटोकॉल (Corona Protocol) का अनुपालन करना आवश्यक है। अनावश्यक रूप से हमें घर से नहीं निकलना है। मास्क (Mask) का अधिक से अधिक उपयोग करें। कोरोना को रोकने में मास्क की अत्यधिक भूमिका है।
मलिन बस्तियों में Corona का खौफ, लोग ना जांच करा रहे, ना वैक्सीनेशन
केपेन्द्र ने बताया कि गांव में कोरोना जागरूकता अभियान के दौरान पाया गया कि ग्रामीण इलाकों में अधिकांश लोग मास्क का उपयोग नहीं कर रहे हैं। ना ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं। संक्रमण की इतनी बुरी स्थिति के बावजूद कोरोना को अभी भी लोग गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। संस्था द्वारा हमीरपुर, जालौन, झाँसी, ललितपुर, टीकमगढ़, छतरपुर 6 जिलों में कुछ दिनों पहले कोरोना को लेकर अध्ययन भी कराया गया था।
परमार्थ के कार्यकर्ता सुदामा गुप्ता, अमरदीप, हेमंत पस्तोर, राजेश कुमार, मनोज कुमार, सुषमा वर्मा आदि ने ग्रामवासियों को मास्क के उपयोग, सोशल डिस्टेंसिंग एवं कोरोना की जांच के बारे में जानकारी प्रदान की।