बेसिक शिक्षा अधिकारी ने चेकिंग के दौरान शिक्षको पर की कार्यवाही
बांदा (लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी)। दो स्कूलों में छात्र संख्या कम मिलने और गंदगी से खफा बीएसए ने पूरे स्कूल स्टाफ का दिसंबर माह का वेतन व मानदेय रोकने के आदेश दिए हैं। शीघ्र व्यवस्थाएं दुरुस्त करने और छात्र संख्या शत-प्रतिशत करने के निर्देश दिए हैं। चेतावनी दी कि शिक्षण कार्य में लापरवाही बरतने पर बख्शा नहीं जाएगा।
शनिवार को बीएसए प्रिंसी मौर्या ने बड़ोखर खुर्द और नरैनी ब्लाक के कई स्कूलों का निरीक्षण किया। बड़ोखर खुर्द ब्लाक के भिम्मा का पुरवा स्थित प्राथमिक विद्यालय में 51 छात्र पंजीकृत थे। लेकिन मौके पर सिर्फ 11 छात्र मिले। स्कूल परिसर में गंदगी और चहारदीवारी टूटी मिली।
प्रधानाध्यापक जगभान सिंह और सहायक अध्यापक जैन फात्मा अवकाश पर मिले। अव्यवस्थाओं से नाराज बीएसए ने पूरे स्टाफ का दिसंबर माह का वेतन-मानदेय रोक दिया है। इसी तरह नरैनी (नवीन क्षेत्र) में स्थित प्राथमिक विद्यालय में पंजीकृत 79 छात्रों में सिर्फ 17 उपस्थित मिले।
मिड-डे मील में गुणवत्ता नहीं मिली। बच्चों को फल व दूध का वितरण नहीं किया गया। स्कूल परिसर में गंदगी मिली। बीएसए ने पूरे स्टाफ का दिसंबर माह का वेतन-मानदेय रोक दिया है। साथ ही स्कूल में सुधार न होने तक आदेश प्रभावी रहने के निर्देश दिए हैं।
इनके अलावा बीएसए ने उच्च प्राथमिक विद्यालय, चिल्ली (कंपोजिट) व कुलकुम्हारी, प्राथमिक विद्यालय, कुलकुम्हारी (बड़ोखर), पटेल नगर (नरैनी) और कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय, नरैनी का भी निरीक्षण किया। लेकिन यहां उन्हें सब ठीकठाक मिला। छात्र संख्या ठीक मिली। स्टाफ उपस्थित मिला। बीएसए ने छात्र संख्या बढ़ाने और गुणवत्ता सुधारने के निर्देश दिए। चेतावनी दी कि शिक्षा में गुणवत्ता से खिलवाड़ नहीं होने देंगे। लापरवाही पर कार्रवाई होगी।