महोबा : हलक प्यासे हैं साहब, हमको बस पानी दे दो
लापरवाह जल संस्थान
जल निगम का कहना है कि फंड के अभाव में जर्जर हो चुकी मोटरों की मरम्मत मुश्किल हुई
शासन ने दो साल से नहीं दी फूटी कौड़ी, फंड के फंडे में पेयजलापूर्ति के लिए तरस रहे लोग
महोबा (हेमंत गोस्वामी) : यूं तो सरकार द्वारा आम लोगों को विभिन्न प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए तमाम बड़ी घोषणाएं और दावे किए जाते हैं। परंतु जल संस्थान के कर्मचारियों द्वारा सरकार के दावों को दफन किया जा रहा है। शहर के मोहल्ला जकरिया पीर में पिछले 15 दिनों से पानी की सप्लाई ना होने से लोगों में त्राहि-त्राहि मची हुई है।
मोहल्ला के जल उपभोक्ताओं ने जानकारी देते हुए बताया कि उनके नलों से 15 दिन से पानी की एक बूंद भी नहीं टपक रही है। सुबह होते ही उन्हें दूर लगे हैंडपंपों की ओर भागना पड़ता है। हैंडपंप पर भीड़ अधिक होने के कारण आए दिन लड़ाई-झगड़े की नौबत आ जाती है।
उपभोक्ताओं का आरोप है कि जल संस्थान उनसे प्रतिवर्ष हजारों रुपए जलकर के रूप में वसूल करता है, परंतु पानी उपलब्ध नहीं करवाता है। कुछ उपभोक्ताओं ने बताया कि अब जून तक पानी की सप्लाई मिल जाए तो जल संस्थान की मेहरबानी होगी। संस्थान पानी की कमी का रोना रोकर मोहल्ले की पेयजल आपूर्ति बाधित कर देता है।
जकरिया पीर के लोगों का आरोप है कि जल संस्थान जो पानी सप्लाई कर रहा है, उसकी गुणवत्ता बेहद खराब है। वह पीने में इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है। उन्होंने जिला प्रशासन से समस्या का शीघ्र निस्तारण कराए जाने की मांग की है।
क्या कहते हैं अधिकारी
जल संस्थान के अवर अभियंता मनोज का कहना है कि मोटर जल चुकी हैं। कल भी नहीं मिलेगा पानी, हालत बुरी है। दो साल से शासन से फंड नहीं आ रहा है। हम भी मुसीबतों का सामना कर रहे हैं।