राष्टीय संत गाडगे महाराज जी की 66वें परिनिर्वाण दिवस पर की श्रद्धांजलि अर्पित
झांसी। बुधवार को रिशाला चुंगी पर सामाजिक क्रांति अग्रदूत व स्वचछता अभियान के जनक राष्टीय संत गाडगे महाराज जी की 66वी परिनिर्वाण दिवस पर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। जिसमें श्रीवास (धोबी) समाज के संतोष श्रीवास ने संत श्री गाडगे जी को श्रद्धांजलि अर्पित की और उन्होंने कहा कि हमारे समाज के मसीहा संत श्री गाडगे महाराज के विचारो पर हम को चलना है। महाराज जी कहा करते थे भूखों को खाना, निवस्त्र को कपड़े और बै घर को घर देना चाहिए और हाथ में रोटी खा लेना पर अपने बच्चों को जरूर पढ़ाना चाहिए। यह हमारे संत जी के विचार थे।
श्रीवास (धोबी) समाज के लोगो को अपने बच्चों की शिक्षा पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। शिक्षा के माध्यम से हम सामाजिक आर्थिक विकास कर सकते हैं। नव युवक संगठन रजक समाज के वरिष्ठ समाज सेवी कैलाश श्रीवास ने कहा सामाजिक लोगों को एकजुट होकर रहना चाहिए। विश्व रजक महासंघ राष्ट्रीय अध्यक्ष रागी लाल राजन ने कहा कि समाज के लोगो को राजनीतिक रूप से भी मजबूत होने की आवश्यकता है। यदि हम राजनीतिक रूप से मजबूत होंगे तो अपने समाज को उत्पीड़न और शोषण से बचा पाएंगे। नवयुवक रजक समाज सेवा समिति झांसी के अध्यक्ष सीताराम श्रीवास ने कहा कि हमारी समाज बिखरी हुई है, हमें एकजुट होकर समाज की आर्थिक मदद करना है।
इस अवसर पर समाज के वरिष्ठ मोहन पहलवान माते कैलाश श्रीवास प्रागी लाल राजन सीताराम श्रीवास संजय प्रताप सिंह वीरेंद्र श्रीवास विजय श्रीवास राजेश दिवाकर राज बुंदेला रामस्वरूप श्रीवास संजय पहलवान बेनी प्रसाद आनंद विनोद श्रीवास राजेंद्र श्रीवास महेश शंकर. जीतू श्रीवास. अमित आनंद प्रेमी बबलू श्रीवास राजेंद्र भारती अखिल श्रीवास हिमांशु श्रीवास सनी श्रीवास केपी श्रीवास मुकेश बंदेला अरविंद हेमन्त श्रीवास राम राजा बुन्देला हरि शंकर ( कल्लन ) गाडगे राकेश श्रीवास रजनी श्रीवास आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे