लक्ष्मी ताल का अतिक्रमण हटाने गई टीम तीसरी बार भी लौटी खाली हाथ
लोगों ने बुल्डोजर के सामने लेटकर किया विरोध, पुलिस ने वाहनों पर उतारा गुस्सा,दर्जनों वाहन किए चालान
झांसी। नवाबाद थाना क्षेत्र में लक्ष्मी ताल की जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए एनजीटी के आदेशों पर तीसरी बार पहुंची पुलिस, प्रशासन और नगर निगम की टीम को एक बार फिर खाली हाथ लौटना पड़ा। लोगों ने भारी विरोध करते हुए बुलडोजर के सामने लेटकर प्रशासन को वापस लौटने पर मजबूर कर दिया। वार्ता के दौरान 31 जनवरी तक का समय देकर प्रशासन बुलडोजर लेकर वापस लौट आया। पुलिस ने झुंझलाहट वाहनों पर निकालते हुए अतिक्रमण स्थल पर खड़े दर्जनों वाहनों का चालान कर दिया तो कुछ वाहनों को सीज भी किया। पुलिस की इस कार्यवाही से हड़कंप मच गया और कई लोगों की नेतागिरी की हवा निकल गई।
लक्ष्मी ताल की जमीन को कब्जा मुक्त कराने के लिए एनजीटी में याचिका दर्ज कराई गई थी। एनजीटी के आदेशों पर शनिवार को तीसरी बार जिला प्रशासन भारी पुलिस बल और नगर निगम की टीम लेकर लक्ष्मी ताल के किनारे बने धार्मिक स्थलों को हटाने के लिए खाकी शाह बाबा की मजार पर पहुंचा। इसकी जानकारी लोगों को पहले ही हो गई थी और दर्जनों लोग एकत्र हो गए। प्रशासन और पुलिस बल को देख भारी हंगामा होने लगा। विरोध प्रदर्शन करते हुए लोग मंदिर मस्जिद बचाव में बुलडोजर के आगे लेट गए। इधर भारी विरोध प्रदर्शन को देख प्रशासन ने मंदिर मस्जिद कमेटी के लोगों की वार्ता की। इस पर बताया गया की एनजीटी के अतिक्रमण हटाने के आदेशों के खिलाफ याचिका दायर हो चुकी है, उसकी सुनवाई पर कुछ समय दिया जाए। इस पर जिला प्रशासन और नगर निगम की टीम ने 31 जनवरी तक का समय दिया। प्रशासन अपने बुलडोजर लेकर टीम के साथ वापस चला गया।
इस दौरान एसपी सिटी के नेतृत्व में पुलिस टीम ने दर्जनों दोपहिया वाहनों के चालान कर दिए। इनमें कई बाइक संदिग्ध मिली, जिन्हे पुलिस टीम अपने साथ थाना ले गई। अतिक्रमण हटाने के दौरान किसी भी स्थिति से निपटने के लिए आज पुलिस ने पूरी व्यवस्था कर ली थी। एसपी सिटी राधेश्याम राय और सीओ सिटी अवनीश गौतम के निर्देशन में लगे पुलिस फोर्स ने मंदिर मस्जिद आने वाले मार्ग के दोनो ओर पहले ही सुरक्षा पहरा लगा कर अनावश्यक आने जानेवाले लोगों को रोक दिया था। जिससे कार्यवाही स्थल पर ज्यादा भीड़ जमा नही हो सकी। वही वाहनों के चालान होते देख कई नेतागिरी झाड़ने वाले जो सिर्फ मीडिया की सुर्खियों में रहना चाहते है पुलिस का कड़ा रुख देख पतली गली से निकल लिए।