नवांतुक न्यायमूर्ति ने ऐतिहासिक दुर्ग कालिंजर का किया भ्रमण
नरैनी/बंदा (लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी)। प्रशासनिक न्यायमूर्ति ने ऐतिहासिक दुर्ग कालिंजर का भ्रमण किया।इस दौरान वहाँ मौजूद शिल्पकला की बारीकियों को गौर से देखा। इस दौरान इस्थानीय पुलिस और प्रशाशनिक अमला मौजूद रहा।
इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति शमीम अहमद को बाँदा में प्रशासनिक न्यायमूर्ति बनाया गया है। रविवार को कालिंजर किला पहुचे न्यायमूर्ति ने किले में मौजूद कई सदियों पुरानी वास्तुकला को देखा और सराहना की। यहा मौजूद ऐतिहासिक महत्व के महल और पुराने वास्तुकला से बने सरोवर देखे। श्रृंगार किला क्षेत्र में मौजूद चंदेल कालीन महल रानी महल,एक मीनार, मदार साहब की मस्जिद, शेरशाह सूरी के वली बड़े पीर साहब की दरगाह और म्यूजयम देखा। इसके अलावा किला के ऊपर पहाड़ की ऊँचाई पर राजाओं द्वारा किये गए जलप्रबंधन के इंतजाम और उनकी बारीकियां देखी।इस दौरान नायब तहसीलदार डॉ आशीष शुक्ला, राजस्व निरीक्षक, सहित क्षेत्रीय लेखपाल और थाने की पुलिस फोर्स साथ मे मौजूद रही। इस दौरान मौके पर मौजूद स्थानीय गाइड पप्पू अरजरिया द्वारा स्थानों के महत्व की जानकारियां दी गई।