जिम्मेदार घरों के अंदर और बेसहारा गोवंश सड़कों पर
बाँदा (लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी)। जनपद बांदा से अन्ना गोवंश को लेकर काफी ज्यादा मामले प्रकाश में आ रहे हैं। आपको बता दे कि यह अन्ना गोवंश आम जनमानस के लिए भी खतरा बन रहे हैं और कहीं पर वाहनों से टक्कर खाकर घायल होने या फिर दुर्घटना में अपनी जान गवां रहे हैं। योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देशों को अनदेखा कर जिम्मेदार अपने घरों में आराम फरमा रहे हैं और अन्ना गोवंश रात और दिन खुलेआम सड़को पर विचरण करने को मजबूर हैं।
अब बांदा जनपद के माहौल की बात करें तो समस्त गौशालाएं तो बंद हो चुकी हैं और अन्ना जानवर सड़को पर घूमने को बेबस हैं जिसके कारण गोवंश कहीं आम जनमानस के लिए खतरा बनते नजर आते है तो कहीं किसी दुर्घटना में घायल होकर मर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ किसान भी इस समस्या से काफी परेशान हैं क्युकी अन्ना गोवंश उनके खेतो में घुसकर खेतो की फसल और अन्य कार्यों में भी बाधा बनते हैं और वहीं जिम्मेदार अपने अपने घरों में आराम फरमा रहे हैं और तो और जिला प्रशासन भी इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है।
वहीं जब विश्व हिंदू महासंघ गौ रक्षा समिति के जिलाध्यक्ष महेश प्रजापति अपनी टीम के साथ बांदा से नरैनी भ्रमण के लिए गए तो देखा कि हजारों की संख्या में गोवंश रात में सड़को पर बैठे और घूमते नजर आए । जिलाध्यक्ष महेश प्रजापति ने बताया कि गौशालाएं बंद हो जाने के कारण अन्ना गोवंश की ये हालत है कि ये सड़को पर घूमने को मजबूर हैं और तो और जिले के जिम्मेदार इस पर कोई कार्यवाही नही कर रहे हैं।
आगे जिलाध्यक्ष ने बताया कि रात में ट्रकों की ने एंट्री खुलती है और रात में आवागमन के वाहनों से गोवंश घायल हो जाते हैं और मर जाते हैं हालांकि दिन में भी ट्रक चालकों द्वारा सावधानी नही बरती जाती और आए दिन लगभग 10 से 15 गोवंश दुर्घटना में मर जाते हैं। अब ऐसे में कौन है गोवंश की इस हालत का जिम्मेदार? और क्या गोवंश ऐसे ही दुर्घटना में अपनी जान गंवाते रहेंगे या फिर जिला प्रशासन इस पर संज्ञान कर कोई ठोस कदम उठाएगा?