राज्य पुरस्कार से सम्मानित किये जायेंगे बांदा के अध्यापक केपी सिंह

बांदा (अनिल शर्मा)। निरंतर और निस्वार्थ होकर किसी भी क्षेत्र में किया गया कार्य एक दिन ब्यक्ति को बुलंदियों पर ले जाता है। इसका जीता जागता उदाहरण है बांदा जिले के उच्च प्राथमिक विद्यालय गोखिया में कार्यरत अध्यापक कृष्णपाल सिंह जो कि अतर्रा हिंदू इंटर कॉलेज मे प्रवक्ता रहे श्री पूरन सिंह के पुत्र कृष्ण पाल सिंह को अध्यापन क्षेत्र मे उत्कृष्ट कार्यो के लिए वर्ष 2022 के राज्य अध्यापक पुरस्कार से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शिक्षक दिवस पर पुरस्कृत करने जा रहे हैं। जो बांदा जिला और यहां के शिक्षा विभाग के लिये अत्यंत गौरव की बात है।


गोखिया गांव के प्रधान शिवपाल सिंह,बांदा के जिला भाजपा अध्यक्ष संजय सिंह,सुनील तोमर आदि ने बताया कि गोखिया गांव के इस विद्यालय को हाल ही में जारी उत्तर प्रदेश सरकार के उत्कृष्ट विद्यालयों के वीडियो में भी स्थान प्राप्त हुआ है। वर्ष 2002 में शिक्षा विभाग में सहायक अध्यापक के रूप में जुड़े कृष्ण पाल सिंह वर्तमान समय पर गोखिया में 2011 से पदोन्नति के उपरांत से कार्यरत हैं। इनके द्वारा विद्यालय में ब्लॉक की प्रथम प्रोजेक्टर संचालित स्मार्ट क्लास ,एस्ट्रोनॉमी लैब् ,विज्ञान लैब, कंप्यूटर लैब सहित 5000 पुस्तकों से सुसज्जित रीडिंग कार्नर युक्त पुस्तकालय, भी स्थापित किया गया। विद्यालय को निपुण लक्ष्य प्राप्ति हेतु समाज में जागरूकता व सजगता लाने के लिए विधालय को एक ट्रेन का स्वरूप देकर के “निपुण भारत एक्सप्रेस “नाम दिया गया है।

विद्यालय में भौतिक परिवेष को पूर्ण करने हेतु एवं कायाकल्प में उत्कृष्ट कार्य करने हेतु इनको वर्ष 2022 में बांदा डीएम ने उत्कृष्ट शिक्षक,और कायाकल्प में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए भी पुरस्कृत किया था।
प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला मंत्री प्रजीत सिंह ने कहा कि – *कौन कहता है कि आकाश मे सुराग हो नहीं सकता ! एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारो ?*गोखिया उच्च प्रथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक केपी सिंह ने यह साबित कर दिया है कि किसी भी ब्यक्ति को विपरीत परिस्थितियों मे भी अपने कर्तब्य पथ से पीछे नहीं हटना चाहिये।

उच्च प्राथमिक विद्यालय गोखिया की उपलब्धियों पर प्रसन्नता जताते हुये कहा कि इस विद्यालय मे प्रधानाध्यापक कृष्ण पाल सिंह के संरक्षण मे बालकों की बास्केटबॉल टीम बनाकर जनपद बांदा का प्रतिनिधित्व करते हुए राज्य स्तर पर उप विजेता का खिताब भी जीता गया। साथ ही मंडल और जनपद स्तर पर अनेक खेलकूद प्रतियोगिताओं में इनके स्कूल के बच्चों ने महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त किया।विद्यालय में बच्चों को विशेष रूप से बालिकाओं के लिए जूडो ,सिलाई कढ़ाई के प्रशिक्षण की व्यवस्था व स्काउट प्रशिक्षण की व्यवस्था के कारण समाज और गांव में इनके विद्यालय को लेकर लोगों के बीच हमेशा उत्सुकता और सकारात्मक सोच बनी रहती है।

इन सब उपलब्धियों के बारे मे श्री सिंह का कहना है कि हमारा हमेशा से यह उद्देश्य रहा है कि ग्रामीण अंचल के किसानों के बच्चे, गरीब और कमजोर वर्ग के प्रतिभावान बच्चे,जो शहरो में जाकर अच्छे-अच्छे कॉन्वेंट स्कूलों में शिक्षा नहीं ग्रहण कर सकते, ऐसे बच्चों के लिए ग्रामीण स्तर पर ही विद्यालयों में ऐसी व्यवस्था की जाए जो अच्छे-अच्छे कॉन्वेंट स्कूलों में नहीं हो पाती। इसके लिए वह समय-समय पर सुविधाओं सहित अपने समस्त स्टाफ के साथ मिल बैठकर सभी के सहयोग से विद्यालय में शैक्षणिक व भौतिक परिवेश में एक ऐसा परिवर्तन, लाने के लिए प्रयासरत रहते हैं जो बच्चों के सर्वांगीण विकास में सहयोग कर सकें। साथ ही विद्यालय के भौतिक परिवेश के विकास हेतु किसानो,व्यापारियों सहित अनेक सामाजिक संस्थाओं व बैंकों से सहयोग मांगा गया। साथ ही उनको समय-समय पर विद्यालय का विजिट भी कराया गया,ताकि वह देख सके कि उनके द्वारा दिए गए सामग्री या सहयोग का उपयोग बच्चो के विकास के लिए निरंतर किया जाता रहा है। धीरे-धीरे समाज से इतना सहयोग मिला कि उन्हें सभी के सहयोग से आज विद्यालय को उत्कृष्ट बनाने का प्रयास सफलता के शिखर पर पहुंच रहा है।

श्री सिंह ने बताया कि बच्चों को नवीन टेक्नोलॉजी से शिक्षित करने के लिए विशेष रूप से विद्यालय स्तर पर दो यु टुयुब चैनल भी संचालित किया जा रहे हैं। साथ ही विभाग द्वारा जारी अनेक शैक्षिक एप्स का प्रयोग करके विद्यालय में बच्चों को आधुनिकतम शिक्षा देने का प्रयास किया जा रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *