खेती के लिए पशुपालन बहुत जरूरी : वैज्ञानिक
फतेहपुर (चंद्रिका दीक्षित)। मलवा विकास खंड के गंगा तलहटी किनारे दरियापुर मजरे अभयपुर गाँव में उपकृषि निदेशक राममिलन सिंह परिहार के निर्देशानुसार नमामि गंगे परियोजना के तहत कृषि विभाग की सर्विस प्रोवाइडर ईश एग्रिटेक प्रा.लि.इंदौर,मध्य प्रदेश द्वारा जैविक किसान मेला का आयोजन किया।किसान मेले में कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को फसल के उचित पोषण और दाने एवं फल के स्वास्थ्य के लिए जीवामृत के उपयोग की जानकारी दी।
कृषि विज्ञान केंद्र थरियाव के पशु वैज्ञानिक डा.संजय कुमार पांडेय ने पशुपालन मे देशी गाय पालन के लिए जोर दिया। उन्होंने प्रकृतिक खेती के लिए गौ,गोबर,गौमूत्र की उपयोगिता बताई,कहा की गोबर की खाद के लिए गड्डा खोद के संग्रहित करे, सड़क किनारे न डाले,पशुओ को दूध निकालने के लिए आक्सिटोक्सिन का उपयोग न करे,इससे पशु बाँझ हो रहे है।
सेवानिवृत कृषि वैज्ञानिक डा.शिवमंगल सिंह,प्रगतिशील किसान रमाकांत त्रिपाठी,प्राकृतिक खेती के मास्टर ट्रेनर वीरेंद्र यादव ने किसानो को सम्बोधित किया। कृषि गोष्ठी का सफल संचालन आलोक गौड़ ने किया। अध्यक्षता ग्राम प्रधान रामदास निषाद ने किया। इस मौके पर तकनीकी सहायक पंकज शिवहरे,शिवसागर सिंह,प्रोजेक्ट क्वार्डिनेटर जितेंद्र सिंह,अनिल मिश्र, गलाथा ग्राम प्रधान देवेंद्र कुमार सिंह आदि रहे।