वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई के बलिदान दिवस 18 जून को गरिमापूर्ण ढंग से मनाया जाएगा

समारोह में साहसिक खेलों में उपलब्धि प्राप्त करने वाली प्रदेश की 75 महिलाओं को किया जाएगा सम्मानित

झांसी। जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने बुधवार को विकास भवन सभागार में वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई के 18 जून को जन्मदिवस को गरिमा पूर्ण ढंग से और भव्यता के साथ मनाएं जाने के संबंध में बैठक लेते हुए उपस्थित अधिकारियों को उनके दायित्व को सौंपा और सभी से अपेक्षा करते हुए कहा कि दायित्वों का निर्वहन संवेदनशील होकर करें ताकि कार्यक्रम भव्यता के साथ संपन्न हो।

उन्होंने कहा कि देश की आजादी के 75वें वर्ष के अवसर पर 12 मार्च 2021 से आजादी का अमृत महोत्सव विभिन्न आयोजनो के माध्यम से मनाया जा रहा है। देश को स्वतंत्र कराने में महती भूमिका अदा करने वाले वीर स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों एवं शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए उनसे जुड़े हुए महत्वपूर्ण दिवसों पर अभिलेख प्रदर्शनी, चित्रकला शिविर, निबन्ध / काव्य लेखन प्रतियोगिता, सांस्कृतिक आयोजन, स्वतंत्रता संग्राम शहीदों के परिजनों का सम्मान आदि कार्यक्रमों का आयोजन निरन्तर एक वर्ष से किया जा रहा है। इस आयोजन की श्रंखला में वीरांगना लक्ष्मीबाई के बलिदान दिवस पर 18 जून को झांसी में कार्यक्रम का आयोजन कराया जा है। दो दिवसीय आयोजन 17 जून एवं मुख्य कार्यक्रम 18 जून को आयोजित होगा। उन्होंने दो दिवसीय कार्यक्रम में होने वाले आयोजन की जानकारी देते हुए बताया कि रानी महल में 7500 दीपों के साथ झांसी दुर्ग में भी दीप प्रज्ज्वलन कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इसके अतिरिक्त रानी दुर्ग प्रांगण में रानी लक्ष्मी बाई पर आधारित नृत्य नाटिका का मंचन होगा। उन्होंने बताया की दो दिवसीय कार्यक्रम के अंतर्गत जनपद के सभी स्वतंत्रता संग्राम स्थलों पर राष्ट्र भक्तिपूर्ण आयोजन व दीप प्रज्वलन कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। जिलाधिकारी ने 18 जून को मुख्य कार्यक्रम पंडित दीनदयाल उपाध्याय सभागार में आयोजित होंगे, इस दिवस पर साहसिक खेलों में उल्लेखनीय उपलब्धि प्राप्त करने वाली प्रदेश की 75 महिलाओं को शाल पहनाकर प्रशस्ति पत्र देते हुए सम्मानित किया जाएगा। मुख्य कार्यक्रम स्थल पर रानी लक्ष्मीबाई की वीरता पर आधारित नुक्कड़ नाटक का आयोजन । उ०प्र० राजकीय अभिलेखागार द्वारा रानी लक्ष्मीबाई को केन्द्रित करते हुए स्वतंत्रता आन्दोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली देश की 75 वीरागनाओं पर आधारित अभिलेख प्रदर्शनी का भी आयोजन एवं उप्र राज्य ललित कला अकादमी द्वारा रानी लक्ष्मीबाई पर आधारित चित्रकला शिविर एवं प्रदर्शनी भी आयोजित की जाएगी।

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