अजब-गजब : अधिवक्ता की पत्नी के राशन कार्ड में जोड़ दिया एक युवक को पुत्र दर्शाकर
जोड़ा गया युवक हर माह ले रहा बायोमेट्रिक के माध्यम से राशन, अधिवक्ता ने डीएम को सौंपा शिकायती पत्र
झांसी। जिला पूर्ति कार्यालय का एक अजीबोगरीब मामला प्रकाश में आया, जिसमे सरकारी राशन के कोटेदार की भी मिली भगत सामने आई। एक अधिवक्ता की पत्नी के नाम से जारी राशन कार्ड में चार सदस्य थे, लेकिन ऐसी क्या सांठगांठ हुई कि उसमें उनका एक और बेटा जोड़ दिया गया और वही बेटा हर माह बायोमेट्रिक के माध्यम से राशन भी ले रहा है। जब इसकी जानकारी अधिवक्ता को हुई तो उन्होंने जिला पूर्ति अधिकारी और जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देकर दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही की मांग की।
बुधवार को कोतवाली थाना क्षेत्र के मोहल्ला चतुरयाना अन्दर लक्ष्मी गेट निवासी अधिवक्ता प्रमोद कुमार श्रीवास्तव ने जिलाधिकारी को दिए शिकायती पत्र में बताया कि उनकी पत्नी श्रीमती मीनू श्रीवास्तव पुत्री शीतल प्रसाद के नाम से राशन कार्ड संख्या 116640104450 जारी हुआ था। उक्त राशन कार्ड में उनकी पत्नी के अतिरिक्त पुत्र अक्षय श्रीवास्तव, पुत्री करिश्मा श्रीवास्तव व पति प्रमोद श्रीवास्तव यानि चार यूनिट राशन कार्ड जारी है। अधिवक्ता ने बताया कि जब से अंगूठा लगाकर राशन वितरण प्रक्रिया शुरू हुई तो तभी से उन्होंने राशन लेना बंद कर दिया था।
बताया कि जब उनकी पुत्री करिश्मा का विवाह कुछ समय पूर्व हो गया तो वह राशन कार्ड से पुत्री का नाम कटवाने के लिए जिला पूर्ति कार्यालय गये। जहां उन्हें जानकारी हुई कि उनकी पत्नी के राशन कार्ड में पुष्पेन्द्र भटनागर पुत्र प्रमोद के नाम का एक और पुत्र का नाम अंकित है। जबकि उनका एक ही पुत्र है। जब विभाग से राशन कार्ड की डिटेल निकलवाई गई तो उसमें पुष्पेन्द्र भटनागर द्वारा प्रार्थी के राशन कार्ड से खाद्यान्न श्रीमती कला देवी साहू लाईसेंस धारक एवं विक्रेता ओमशंकर साहू के यहां से बायोमेट्रिक के माध्यम से ले रहा है।
अधिवक्ता ने आरोप लगाया कि उक्त सभी ने पुष्पेन्द्र भटनागर के साथ फर्जी कागजात बनाकर प्रार्थी की पत्नी के राशन कार्ड पर विभागीय कर्मचारियों के सहयोग से नाम अंकित कराया है। इसको लेकर जिला पूर्ति अधिकारी को पूर्व में दिए शिकायती पत्र अभी तक कोई कार्यवाही अमल नहीं लाई गई। अधिवक्ता ने जिलाधिकारी से मांग करते हुए कहा कि उक्त मामले की जांच कराकर दोषियों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई कराई जाए।