श्रीरामचरितमानस” बनी विश्व धरोहर, जय बजरंग सेना प्रभारी अर्चना नितिन उपाध्याय ने दिया 38 देशों को धन्यवाद
झांसी। हाल ही में भारतीय ऐतिहासिक और धार्मिक ग्रन्थ रामचरितमानस को *यूनेस्को के मेमोरी ऑफ द वर्ल्ड एशिया पैसिफिक रीजनल रजिस्टर* में शामिल किया गया है, जिससे पूरा देश गौरवान्वित हुआ है। देशभर के साधु सन्तों, नेताओं और आम जनता को गौरव की अनुभूति हुई है। लेकिन इसके पीछे किसी की मेहनत भी है। दरअसल जय बजरंग सेना संगठन के द्वारा पिछले 2 साल से “श्रीरामचरितमानस” को राष्ट्रीय ग्रन्थ घोषित कराने के लिए देशभर में हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है। जय बजरंग सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन उपाध्याय एवं राष्ट्रीय प्रभारी अर्चना उपाध्याय के द्वारा यह अभियान विस्तृत रूप से घर-घर तक पिछले 2 साल में पहुँचाया गया है।
नितिन उपाध्याय की पत्नी अर्चना उपाध्याय को 2 वर्ष पहले *कामद्गिरी चित्रकूट के पीठाधीश्वर जगद्गुरु श्री रामस्वरूपाचार्य जी महाराज* के सानिध्य में एवं *कामद्गिरी प्रमुख द्वार के महंत मदन गोपालदास जी महाराज* के द्वारा इस अभियान का *राष्ट्रीय प्रभारी* बनाया गया था। जिसके बाद से नितिन उपाध्याय एवं अर्चना उपाध्याय ने देशभर के कार्यकर्ताओं की मदद से इस अभियान में तन मन धन झोंक दिया और “श्रीरामचरितमानस” को घर घर तक पहुँचाया। परिणाम स्वरूप आज “श्रीरामचरितमानस” को *यूनेस्को* के *मेमोरी ऑफ द वर्ल्ड एशिया पैसिफिक रीजनल रजिस्टर* में शामिल किया गया। करोड़ों हिन्दुओं का मानना है कि पिछले 2 सालों में इस अभियान की वजह से ही “श्रीरामचरितमानस” का महत्व बढ़ा और आज हिन्दू समाज के लिए यह गर्व का अवसर बन पाया है।
जय बजरंग सेना के लाखों कार्यकर्ताओं ने कहा कि अर्चना उपाध्याय और नितिन उपाध्याय को इसका श्रेय मिलना ही चाहिए। इस विषय पर जब हमने नितिन उपाध्याय और अर्चना उपाध्याय से बात की तो इन्होंने पूरे देश के 100 करोड़ हिन्दुओं का धन्यवाद किया और लाखों जय बजरंग सैनिकों को इसके लिए बधाई दी।
अभियान की राष्ट्रीय प्रभारी अर्चना उपाध्याय ने प्रमुख रूप से जय बजरंग सेना के सतना के विशेष सलाहकार आनन्द तिवारी, मध्यप्रदेश प्रभारी प्रकाश पंजारे, बजरंग मिश्रा एवं उप्र प्रभारी नवीन कुमार शास्त्री, रामाधीर यादव छत्तीसगढ़, मप्र प्रदेश अध्यक्ष आशा शुक्ला, उमा पांडे, शकुंतला मिश्रा, अनुराधा सिंह कुसुम गौतम जी, सचिन द्विवेदी, स्वाति सिंह, रीता पयासी, रेखा दुबे, शैलेन्द्र शुक्ला, योगेश मिश्रा, पुष्पेन्द्र मिश्रा, विमलेश सोनी, राजीव पांडे, अर्चनदास जी, राम पाठक जी, राधेश्याम नामदेव जी सहित इस अभियान में सहयोग करने वाले देश के सभी साधु सन्तों एवं हिन्दू भाइयों बहनों का आभार व्यक्त किया।