केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 3 में मूलभूत साक्षरता व संख्यात्मकता पर एक दिवसीय कार्यशाला सम्पन्न
झांसी। जनभागीदारी कार्यक्रमों के अन्तर्गत सोमवार को केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 3 झाँसी में मूलभूत साक्षरता व संख्यात्मकता पर ज़िला स्तरीय एक दिवसीय कार्यशाला सम्पन्न हुई। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन कर के हुई। विद्यालय के प्राचार्य सुभाष चंद्र श्रीवास्तव ने सभी अतिथियों व प्रतिभागियों का स्वागत किया।
कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में अरुण कुमार शुक्ला (सहायक मंडलीय शिक्षा निदेशक, बेसिक झाँसी मंडल), तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ सुनीता (कन्वेनर, ललितकला संकाय बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झाँसी) व डा नीति शास्त्री (समाज सेविका) उपस्थित रहे। इस कार्यशाला में संसाधक के रूप में श्रीमती सीमा सिंह, लवीशा तायल, व ऋचा अरोरा थीं। इन संसाधकों ने पूरे कार्यशाला को अपनी प्रस्तुतियों से प्रतिभागियों को लाभान्वित किया।
कार्यशाला के पहले सत्र में सीमा सिंह ने मूलभूत साक्षरता व संख्यात्मकता सम्बंधित गतिभिधियों विषय पर अपनी प्रस्तुति दी। उन्होंने मूलभूत साक्षरता व संख्यात्मकता सम्बंधित कई सारी महतवपूर्ण गतिविधियों की चर्चा की। इनके बाद लवीशा तायल ने मूलभूत साक्षरता व संख्यात्मकता का परिचय विषय पर प्रकाश डाला। उन्होंने मूलभूत साक्षरता व संख्यात्मकता के बारे में विस्तार से बताया। अंतिम सत्र दिल्ली से आयीं ऋचा अरोरा ने लिया। उन्होंने डिजिटल व ऑनलाइन माध्यम से शिक्षा विषय पर प्रस्तुति दी। इस विषय पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने इसमें शिक्षकों की भूमिका को भी विस्तार से बताया।
कार्यशाला के समापन में डॉक्टर सुनीता ने कार्यशाला को बेसिक शिक्षा के लिए लाभकारी बताया। ऊहोने कहा कि इससे काफ़ी कुछ सीखने को मिला। इसी क्रम में नीति शास्त्री ने कार्यशाला को बुनियादी शिक्षा के लिए आवश्यक व उपयोगी बताया। उन्होंने अपने अभिभाषण से सभी प्रतिभागियों को शिक्षा में नवाचार करने को प्रेरित किया। कार्यक्रम के अंत में विद्यालय के प्राचार्य ने सभी संसाधकों व प्रतिभागियों को सहभागिता प्रमाण पत्र दे कर सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन भावना चतुर्वेदी ने किया व ए. के. अग्रवाल ने सभी का आभार व्यक्त किया।
इस मौके पर अजय सिंह, एन के अग्रवाल, लोकेश कुरचानिया, देविदीन, अनवर, डॉ एस के मिश्रा, भावना चतुर्वेदी, नीलू गौतम, मुईन अख़्तर, अनमोल, ख़ुशबू, निशी, व प्रमोद आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।