अधिकारियों से अब उम्मीद नहीं, सांसद आवास पर बैठेगें आंदोलनरत किसान : विदुआ
झांसी। किसान रक्षा पार्टी के तत्वाधान में किसानों की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन के 159 वें दिन पार्टी के अध्यक्ष गौरीशंकर विदुआ के नेतृत्व में किसानों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। और कहा कि कई दौर हुई अधिकारियों से वार्ता के बाद भी किसानों की समस्याओं कोई समाधान नहीं हुआ, इस लिए अधिकारियों से उम्मीद नहीं अब सांसद आवास के बाहर किसान बैठकर समाधान करायेगें।
किसान नेता ने जिलाधिकारी को दिए ज्ञापन में बताया कि किसान अपनी समस्याओं को लेकर लगभग साढे पांच माह से गांधी उद्यान झांसी में आंदोलनरत है। इन साढ़े पांच माह में किसानों ने अपनी समस्याओं से सिंचाई विभाग, जिला प्रशासन, मंडल प्रशासन एवं स्थानीय सांसद को कई बार अवगत कराया। जिलाधिकारी, मंडल आयुक्त, एडीएम राजस्व, नगर मजिस्ट्रेट, क्षेत्राधिकारी नगर ने कई बार सिंचाई विभाग के आला अधिकारियों और किसानों के मध्य वार्ता कराई वार्ताओं में सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने किसानों की समस्याओं को उचित मानते हुए समस्याओं के शीघ्र निस्तारण करने का अनेकों बार आश्वासन तो दिया लेकिन इतने लंबे समय के बाद भी निस्तारण का कोई प्रयास नहीं किया गया।
उन्होंने बताया कि शुक्रवार को आंदोलन स्थल गांधी उद्यान में किसानों ने पंचायत कर सर्व सम्मति से फैसला लिया कि अब सिंचाई विभाग के निष्क्रिय अधिकारियों पर विश्वास करना उचित नहीं है इन अधिकारियों से उम्मीद छोड़ कर सांसद के आवास पर बैठकर सांसद से अपनी समस्याओं का निस्तारण कराया जाए। सर्व सम्मति से फैसला हुआ कि शनिवार को प्रातः 11 बजे से सभी किसान सांसद के आवास के बाहर बैठेंगे। खाने पीने, रजाई गददों की व्यवस्था यदि सांसद करेंगे तो खाएंगे पिएंगे और रजाई गददो से अपनी ठंड बचाएंगे अन्यथा की स्थिति में बगैर खाए पिए इस भीषण सर्दी में खुले आसमान के नीचे बगैर रजाई गददो के रात गुजारेंगे। यह निर्णय इसलिए लिया गया क्योंकि सरकार और सांसद हम सब किसानों के हैं और हम किसानों को अपनी बात कहने का सरकार और सांसद पर अधिकार है। किसान नेता गौरीशंकर विदुआ ने बताया कि किसानों का मत है गांव के अंधेरे कोने में भ्रष्टाचार की वजह से मरने से अच्छा है हम अपने सांसद की चौखट पर दम तोड़े ताकि अन्य पीड़ित किसानों को भी न्याय मिल सके। ज्ञापन देने वालों में विजय कुमार कर्ण, जगदीश सिंह राजपूत, पवन तिवारी, रोहित यादव, अमर सिंह, जानकी प्रसाद आदि शामिल रहे।
यह है किसानों की मुख्य मांगे
1- लखेरी बांध में प्रभावित बचेरा के छूटे 20 बालिग परिवारों को अनुकंपा राशि दिलाई जाए।
2- पथराई बांध में प्रभावित चढरऊ धबारी गांव को विस्थापित किया जाए।
3- पथराई बांध में प्रभावित इमिलिया के पाल मोहल्ले को विस्थापित किया जाए।
4- वन विभाग, सिंचाई विभाग, एवं कृषि विभाग में हुए भ्रष्टाचार की जांच चार माह से मंडल आयुक्त के यहां लंबित है उक्त विभागों की हुई जांचों की जांच आख्या दिलाई जाए।