गेहूं क्रय केंद्र पर किसानों का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं होगा, गड़बड़ी पर होगी कार्यवाही : डीएम

समर्थन मूल्य 2275 रुपये कुन्तल, जनपद में 71 गेहूं क्रय केंद्र संचालित

झांसी। जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने कहा कि 01मार्च से जनपद में समर्थन मूल्य के अंतर्गत गेहूं खरीद प्रारम्भ की गई है। उन्होंने कहा कि किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने के लिए सरकार एवं जिला प्रशासन कृत संकल्पित है। एमएसपी के अंतर्गत गेहूं क्रय केंद्र वर्ष 2023-24 में खरीद का कार्य सुचारू ढंग से संचालित किया जाए। उन्होंने कहा कि समर्थन मूल्य का लाभ उठाने के लिए क्षेत्र में व्यापक प्रचार प्रसार किया जाए ताकि अधिक से अधिक किसान अपना पंजीकरण कराना सुनिश्चित कर सकें।

जिलाधिकारी ने कलेक्ट्रेट स्थित गांधी सभागार में आयोजित गेहूं खरीद की तैयारियों की समीक्षा करते हुए कहा कि रबी विपणन वर्ष 2023-24 में न्यूनतम समर्थन मूल्य 2275 रुपये प्रति कुंटल के आधार पर गेहूं की खरीद की जा रही है। उन्होंने उपस्थित अधिकारियों को एवं केन्द्र प्रभारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि गेहूं खरीद में बिचौलियों की संलिप्तता किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। समस्त एजेंसियों के अधिकारियों को विशेष रूप से निर्देश देते हुए कहा कि वह प्रत्येक प्रभारी को किसानों के पंजीकरण का एक रोस्टर तत्काल उपलब्ध कराएं जिसमें पंजीकरण की तिथि एवं ग्राम पंचायत का आवंटन हो जिसमें प्रति दिन 02 बजे के उपरांत केंद्र प्रभारी जाकर कृषकों का पंजीकरण करेगा और उसकी दैनिक रूप से रिपोर्ट जिला स्तरीय अधिकारियों को फोटोयुक्त आख्या सहित प्रेषित करेगा।

 

जनपद में कुल 71 क्रय केन्द्र अनुमोदित किए गए हैं। सभी मंडी सचिवों को निर्देश दिए कि वह सुनिश्चित कर लें कि जो भी केंद्र मंडी में खोले गए हों वह मंडी के किसी कोने में न हो और मंडी के मुख्य द्वार पर या जहां किसानों की सीधी आवक हो ऐसे स्थान पर केन्द्र स्थापित कराए जाएं। गेहूं खरीद संबंधी सभी सूचनाएं बड़े बड़े अक्षरों में प्रदर्शित हों ताकि किसानों को केंद्र तक पहुंचने में कोई समस्या न रहे। किसानों से अपील करते हुए कहा कि किसी भी जनसुविधा केन्द्र, साइबर कैफे या स्वयं द्वारा खाद्य विभाग के पोर्टल fcs.up.gov.in पर ऑनलाइन पंजीकरण अवश्य करायें।

 

उन्होंने कहा कि पंजीयन में खतौनी खाता संख्या सावधानीपूर्वक दर्ज करें तथा कुल रकबे के साथ-साथ बोये गए गेहूँ के रकबे को भी दर्ज करें। संयुक्त भूमि की दशा में अपनी हिस्सेदारी की सही घोषणा पंजीयन में करना ना भूले। प्रत्येक क्रय केंद्र पर इलेक्ट्रॉनिक कांटा नमी मापक यंत्र, विनोइंग फैन तथा छलना आदि उपकरण अवश्य रखी जाए। गेहूं के सुरक्षित भंडारण के लिए भी सभी व्यवस्थाएं अभी से ही पूर्ण कर ली जाएं, क्रय किया गया गेहूं वर्षा से प्रभावित ना होने पाए इसके लिए गेहूं क्रय केंद्रों पर शेड का प्रबंध भी किया जाए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *