कृषि निर्यात बुन्देलखण्ड की उन्नति का आधार : मंडलायुक्त

झांसी। कृषि निर्यात बुंदेलखंड की उन्नति का आधार है,किसान की उपज का उचित मूल्य मिले आमदनी बड़े तभी क्षेत्र का और किसान की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा सामाजिक स्तर में भी सुधार आएगा।

मण्डलायुक्त डॉ अजय शंकर पांडेय की अध्यक्षता में मण्डल स्तरीय कृषि निर्यात नीति निगरानी समिति की बैठक का आयोजन किया गया,जिसमे मंडलायुक्त ने उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि मंडल में कृषि उत्पादों के निर्यात की असीम संभावनाएं हैं कार्य योजना बनाते हुए कृषि उत्पादों के निर्यात को बढ़ाने के प्रयास किया जाएं। बैठक की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने कृषि निर्यात नीति निगरानी समिति की बैठक का आयोजन नियम तय है करने के निर्देश दिए उन्होंने कहा की निर्धारित समय पर ही मीटिंग का आयोजन किया जाए ताकि किसानों को योजना का लाभ मिल सके।

इस समिति के मुख्य कार्य कृषि उत्पादो के निर्यात को बढावा देने के लिए नये ढांचे की व्यवस्था करना, कृषि फसलो एवं उत्पादों के निर्यात की क्षमता का सदुपयोग करना तथा किसानो एवं अन्य हितधारकों की आय पर्याप्त रूप से बढ़ाना है।
मण्डलायुक्त डॉ अजय शंकर पांडेय द्वारा मूंगफली, मटर, सरसो, तुलसी, अदरक एवं हल्दी आदि बुन्देलखण्ड विशिष्ट उत्पादो को चिन्हित कर एवं उसके चैन बनाकर निर्यात करने के निर्देश दिये गये। उन्होंने बैठक में कोडी ओपी के अंतर्गत जनपद जालौन में मटर जनपद झांसी में तुलसी एवं जनपद ललितपुर में हल्दी को शामिल करने का सुझाव शासन को प्रेषित करने के निर्देश दिए।
मंडलायुक्त ने कहा कि मंडल के तीनों जिले में निर्यातक की संख्या बहुत कम है अतः ऐसे प्रयास किए जाएं जिसमें निर्यातकों की संख्या को बढ़ाया जा सके। मंडल में मात्र 4 निर्यातक हैं जिनके कृषि उत्पाद निर्यात किए जा रहे हैं इसमें और संख्या बढ़ाए जाने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि किसानों को चिन्हित करते हुए उन्हें निर्यात नीति से जोड़ा जाए। उन्होंने कहा कि निर्यात नीति तभी सफल होगी जो हमारे किसान अपनी उपज का निर्यात कर सकें।
बैठक में डीडीएम नाबार्ड श्री भूपेश पाल ने बताया कि किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए वैल्यू चेन बनाने की जरूरत है ताकि झांसी मंडल में क्षमता के अनुसार निर्यात में अपना योगदान कर सकें।

बैठक में निर्यात बढाने के लिए कृषको एवं एफ०पी०ओ० के द्वारा किये जा रहे प्रयासो की प्रशंसा की गयी एवं उन्हे बुन्देलखण्ड मे कृषि निर्यात को बढ़ाने के लिए एफ०पी०ओ० द्वारा कृषि उत्पादो की वैल्यू चैन, कोल्ड चैन, प्रसंस्करण इकाई एवं प्रमाणीकरण लैब की आवश्यकता। मण्डलायुक्त द्वारा उक्त प्रस्ताव को शासन स्तर पर भेजने, निर्यातको की संख्या बढाने, बुन्देलखण्ड के स्थानीय उत्पादों को चिन्हित कर निर्यात को बढावा देने के निर्देश दिये गये।

इस बैठक में मुख्य रुप से सदस्य सचिव गंगा दयाल,संयुक्त कृषि निदेशक सुरेन्द्र सिंह चौहान, भूपेश पाल डी०डी०एम नाबार्ड, एफ०पी०ओ० सदस्य अमित पाण्डेय, विधाशंकर मिश्रा, दिलीप राजपूत श्री श्यामबिहारी गुप्ता, ज्येष्ठ कृषि विपणन निरीक्षक श्री प्रखर कुमार एवं कृषि •विपणन निरीक्षक  शिवशंकर सिंह एवं सोनू आदि उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *