मंडलायुक्त ने शासन की मंशानुरूप एक संवेदनशील प्रशासन को विकसित किए जाने के दिए निर्देश

उरई/जालौन (अनिल शर्मा)। मंडलायुक्त झांसी विमल कुमार दुबे ने जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय की मौजूदगी में कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक कर शासन के मंशानुरूप एक संवेदनशील प्रशासन को विकसित किए जाने के निर्देश दिए।

उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश शासन के मंशानुरूप कार्य करें जो लक्ष्य विभागों को प्राप्त हुआ है उसे पूर्ण कर जनकल्याणकारी योजनाओं से पात्र लाभार्थियों को लाभान्वित करना सुनिश्चित करें। उन्होंने समस्त जिला स्तरीय अधिकारियों को सख्त हिदायत दी है कि समय से कार्यालय में बैठकर जनता दर्शन में जन समस्याओं को कुशलता पूर्वक निस्तारण करें साथ ही शिकायत के निस्तारण में शिकायतकर्ता की संतुष्टि आवश्यक होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जो अधिकारी समय से कार्यालय नहीं पहुंचते हैं ऐसे अधिकारियों को चिन्हित कर वेतन काटने के साथ ही विभागीय कार्यवाही भी अमल में लाई जाएगी।

विभागाध्यक्ष के कार्यालय के बाहर जनता दर्शन की पट्टिका अवश्य लगाई जाए जिसमे जनता दर्शन 10 से 12 बजे का समय लिखा हो। जन शिकायतों के निस्तारण में शिथिलता व फर्जी निस्तारण मिलने पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कृषि विभाग को निर्देशित करते हुए कहा कि खेत तालाब योजना के तहत किसानों को अधिक से अधिक लाभ पहुंचाया जाए, और लाभार्थियों को क़िस्त समय से मिले इसके लिए कार्य योजना बनाकर गांव-गांव प्रचार प्रसार करना भी सुनिश्चित करें, जिससे किसान लाभान्वित होकर समृद्ध व सशक्त बन सके।

 

विद्युत आपूर्ति में आ रही शिकायतों पर कड़ी नाराजगी जाहिर की उन्होंने कहा कि विद्युत आपूर्ति में आ रही समस्याओं के निस्तारण के लिए कार्य योजना बनाकर निर्वाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित हो, साथ ही जर्जर पोल,जर्जर तार व खराब ट्रांसफार्मर आदि शिकायतों का त्वरित संज्ञान लेते हुए कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि जनपद में समस्त नलकूप संचालित रहे, कहीं से भी पेयजल से संबंधित शिकायतें न होने पाए, अगर नलकूप खराब होता है तो उसे तीन दिवस के अंदर सही कर लिया जाए। नलकूप व विद्युत विभाग आपस में समन्वय स्थापित रखें अधिकतर नलकूपों पर विद्युत न आने की बजह से पेयजल की समस्या उतपन्न होती, समन्वय बनाकर रखें जिससे इस प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़े।

 

सिंचाई विभाग को निर्देशित किया कि जब खरीफ का सीजन आ गया है, ऐसे में जो नहरों का रोस्टर अनुसार संचालन होगा उसे पहले से ही प्रचार प्रसार कर किसानों को जानकारी कराई जाए, जिससे किसान आसानी से सिंचाई कर सकेंगे। जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए गांव-गांव में क्लस्टर बनाएं जिसमे सेल हेल्प ग्रुप की महिलाओं को जोड़कर उन्हें ट्रेनिंग दें और जनपद में पर्याप्त गौशालाएं से गोबर लेकर बर्मी कंपोस्ट खाद बनाएं। उन्होंने जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देशित किया कि जनपद की एक ऐसी ग्राम पंचायत को चिन्हित करें जिसमें मत्स्य पालन, पशुपालन, जैविक खाद, और समृद्धि किसान आदि हो ऐसी एक मॉडल फॉर्म स्थापित करें।

 

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार व केंद्र सरकार की जनकल्याणकारी योजनाएं व निर्माण कार्य आदि किए जा रहे हैं, विकास कार्यों की बेहतर मॉनिटरिंग के लिए विकास खंड वार नोडल अधिकारी तैनात किए जाएं जिससे कार्य में प्रगति लाई जा सके। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया कि गांव को उन व्यक्तियों को सुलभ उपचार उपलब्ध कराया जाए जो प्रेग्नेंट है, जनपद में प्रेगनेंसी की मैपिंग कर ली जाए तो हेल्थ के सभी पैरामीटर में सुधार हो जाएगा क्योंकि टीकाकरण अनेक बीमारियां दूर होती है और डिलीवरी होने के बाद बच्चों को भी टीकाकरण कराया जाता है जिससे जच्चा बच्चा दोनों ही स्वस्थ रहते हैं, साथ ही सरकार द्वारा जननी सुरक्षा योजना के तहत लाभ भी दिया जाता है।

इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक ईरज राजा, मुख्य विकास अधिकारी शिवाकांत द्विवेदी, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व संजय कुमार, प्रभागीय वनाधिकारी प्रदीप कुमार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी नरेंद्र देव शर्मा, मेडिकल प्राचार्य आर के मौर्य सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।

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