9 बजते ही दीयों की रोशनी से जगमगा उठा पूरा शहर,चले पटाखे
दीवाली देखने के लिए छतों पर उमड़े लोग
झांसी। कोरोना के कहर से दो-दो हाथ करने के लिए पूरा देश प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में खड़ा है। प्रधानमंत्री की अपील के अनुसार 5 अप्रैल को रात 9 बजे अपने घरों की छतों पर लोगों ने 9 दीए जलाकर बिन दीवाली के दीपोत्सव का त्यौहार मनाया। पूरा नगर दीयों की रोशनी से एक अनोखी रोशनी में जगमगा उठा। एक साथ सभी घरों में दीपकों की इस रोशनी को देखने के लिए लोग छतों पर उमड़ आए। लोगों ने दीपोत्सव के साथ पटाखे भी चलाए।
कोविड-19 की विभीषिका से विश्व के अधिकांश देश जूझ रहे हैं। दुनिया की सबसे बड़ी ताकत कहा जाने वाला अमेरिका इन दिनों बहुत बुरी स्थिति में है। वहीं मेडिकल हैल्थ में विश्व के 112वें नम्बर पर आने वाला भारत इस लड़ाई को देश के प्रधानमंत्री के नेतृत्व में पूरी ताकत के साथ लड़ रहा है। बीते दिनों एक दिन के ट्रायल के बाद अचानक प्रधानमंत्री ने रात 8 बजे पूरे देश में 21 दिनों के लाॅक डाउन की घोषणा कर दी। लोगों ने अपने प्रधानमंत्री की अपील को अपनी आंखों पर सजा लिया। और सभी ने इस लाॅक डाउन को सफल बनाने का प्रयास भी किया। इस लाॅक डाउन के लिए दुनिया के बड़े वैज्ञानिकों ने सराहना करते हुए इसके माध्यम से कोरोना वाॅयरस की चेन तोड़ने की बात बताई। बीते दिनों प्रधानमंत्री ने सभी से अपील की कि 5 अप्रैल को सभी अपने घरों में बिजली के स्थान पर 9 दीपक जलाएं। इन दीपकों की अपील को भी लोगों ने खूब सराहा। इसका समर्थन मौलाओं ने तक किया। रविवार को 9 बजते ही पूरा नगर दीपकों के प्रकाश में जगमगा गया। ऐसा प्रतीत हो रहा था जैसे बिन दीवाली ही दीपोत्सव का त्यौहार मनाया जा रहा था। इस अद्भुत छटा को देखने लोग अपनी-अपनी छतों पर एकत्र हो गए। सभी ने इस अनोखे दृश्य का खूब लुफ्त उठाया।
दीपक जलाने के पीछे अलग-अलग तर्क
5 अप्रैल को 9 दीपक जलाकर दीपोत्सव मनाने के पीछे अलग अलग कारण बताए जा रहे हैं। इसे कोई ज्योतिष के तरीके से विषाणु भगाने का तरीका बताने में लगा है तो कोई इसे विशिष्ट योग बता रहा है।
बोले नगर धर्माचार्य,आज का दिन महत्वपूर्ण
इस संबंध में नगर धर्माचार्य और सिद्धेश्वर मंदिर के महंत हरिओम पाठक ने बताया कि हमारे प्रधानमंत्री यूं ही कोई निर्णय नहीं लेते हैं। उसके पीछे जरुर कोई वैज्ञानिक अथवा आध्यात्मिक कारण होता है। उन्हांेने बताया कि हम दीपावली मनाते हैं। उस समय दीपक जलाने से तमाम विषाणु और कीटाणु सीधे दीपक की ओर खिंचे चले आते हैं और भस्म हो जाते हैं। इस प्रकार हमारा वातावरण शुद्ध हो जाता है। यह भी कोरोना के लिए एक प्रकार की दीवाली ही है। साथ ही उन्होंने बताया कि आज बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है। आज के दिन प्रदोष है,वामन भगवान की जयंति भी है। और शत्रुओं का नाश करने वाले भगवान श्रीरामजी के भाई लक्ष्मण जी व शत्रुघन जी का जन्मदिन भी आज है। इस प्रकार पर्वों के आधार पर भी आज दीपोत्सव बहुत शुभ है।
वाॅयरल मैसेज बना रहा दीपोत्सव को खास
एक मैसेज भी पिछले कुछ दिनों से खूब वाॅयरल हो रहा है। इसमें बताया गया है कि जिस बारे में पूरी दुनिया नहीं सोच सकी। उस कोरोना वाॅयरस का तोड़ मोदी जी ढूढ़ लाए हैं। बताया गया है कि हम सोच रहे थे यह 5 तारीख को रात 9 बजे 9 दिए लगाने से क्या होगा?
इसी विषय पर में माखन विजयवर्गीय एवं श्रीशः उपदण्डक मृत्यंजय जी महाराज लगभग आधा घंटे से चर्चा कर रहे थे। अंत में निकल कर सामने आया कि तंत्र में प्रदोष का बहुत महत्व है और 8 तारीख को आने वाले हनुमान जयंती के अवसर के पूर्व 5 तारीख को मदन द्वादशी का प्रदोष काल अति महत्वपूर्ण काल है। तंत्र मतानुसार प्रदोष काल में कोई अपने घर के सामने या छत पर चैमुखी दीपक सरसों के तेल से लगाए तो उस घर के आसपास संक्रमण समाप्त हो जाता है। अगर चैमुखी न हो तो 9 दीपक लगाएं। यह सब जानकर हम आश्चर्य चकित रह गए कि मोदी जी हर क्षेत्र में आगे है। साथ में मैसेज में यह भी लिखा है कि धन्य है हम ऐसा प्रधानमंत्री पाकर जो आध्यात्म की पराकाष्ठा को छूता हो।