73 कोरोना संदिग्धों में से क्वारेंटाइन सेंटर पर मिले मात्र 12 लोग
आश्रय स्थल में अव्यवस्थाएं देख भड़के मंडलायुक्त,प्रबंधक को तत्काल हटाने के निर्देश
झांसी। मंडलायुक्त सुभाष चंद्र शर्मा ने बुधवार को लहरगिर्द स्थित आश्रय स्थल का औचक निरीक्षण किया। इस आश्रय स्थल में क्वारेंटाइन सेन्टर संचालित है। वहां 73 संदिग्धों में से महज 12 लोगों की उपस्थिति देख वह स्तब्ध रह गए। आश्रय स्थल में व्यापक गंदगी और अव्यवस्थाओं को देख भड़के मंडलायुक्त ने प्रबंधक की सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त करते हुए हटाए जाने के निर्देश दिए। आश्रय स्थल को क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाए जाने के बाबजूद नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोई भी सुविधा न दिए जाने पर उन्होंने नाराजगी जातई साथ ही सभी व्यवस्थाएं दो दिन में सुनिश्चित करने के निर्देश दे डाले।
कोरोना के कहर से बचे रहने के लिए प्रशासन पूरी तरह से कमर कसे हुए है। इसके चलते जनपद और मंडल के अधिकारी प्रतिदिन क्षेत्रों में रहकर व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे हैं। मंडलायुक्त बुधवार को दीनदयाल अंत्योदय योजना- शहरी आजीविका मिशन के अंतर्गत संचालित आश्रय स्थल लहरगिर्द पहुंचे। आश्रय स्थल को कोरोना वाॅयरस से निपटने के लिए क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया गया है। निरीक्षण में आश्रय स्थल में व्यापक गंदगी और अव्यवस्थाएं देखने को मिली। क्वॉरेंटाइन में रखे गए लोग फर्श पर बैठे मिले। उन्हें बिछाने के लिए गद्दे तक उपलब्ध नहीं थे। आश्रय स्थल के क्वॉरेंटाइन सेंटर में 73 संदिग्धों को भर्ती होना दिखाया गया, परंतु मौके पर मात्र 12 लोग ही पाए गए। इसे घोर लापरवाही का उदाहरण बताते हुए मंडलायुक्त ने प्रशासन की जमकर खबर ली। इस मौके पर अपर आयुक्त सर्वेश कुमार दीक्षित, एडी हेल्थ डॉक्टर एसबी मिश्रा, नगर मजिस्ट्रेट सलिल पटेल, अपर नगर आयुक्त शादाब असलम, रोहन सिंह सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।
लोग बोले,न कभी मेडिकल टीम आई न ही हुई जांच
मंडलायुक्त ने लोगों से संवाद करते हुए खुद व्यवस्थाओं की जानकारी ली। बताया गया कि कुछ तो एक माह से रह रहे हैं। उन्होंने सख्त नाराजगी व्यक्त की और शेष लोगों के विषय में बताया कि सभी बाहर चले गए हैं, वह शाम को वापस आ जाएंगे। निरीक्षण में बताया गया कि अभी तक मेडिकल टीम द्वारा कोई जांच नहीं की गई। न ही मेडिकल टीम कभी यहां आई है। उपस्थित लोगों ने भोजन की भी शिकायत करते हुए बताया कि खाने की गुणवत्ता अच्छी नहीं है। मंडलायुक्त निरीक्षण में शौचालय में ताला डला पाया एवं शौचालय बेहद गंदा देख नाराजगी जाहिर की। उन्होंने नगर मजिस्ट्रेट नगर निगम व चिकित्सा विभाग को सारी व्यवस्थाएं दुरूस्त करने के निर्देश दिए।
ग्वालियर व पानीपत का परिवार रुका है एक माह से
मंडलायुक्त ने आश्रय स्थल में बने क्वॉरेंटाइन सेंटर का विस्तृत निरीक्षण किया गया। गंदगी व अव्यवस्थाओं का चारों ओर बोलबाला पाया। क्वारनटाइन किए गए लोग जमीन पर बैठे थे, उन्हें गद्दा तक नहीं दिया गया। एक कमरे में लगभग 8 लोगों का परिवार जिसमें महिलाएं अधिक थी। जानकारी ली तो बताया कि गवालियर से हैं। लॉक डाउन के कारण रुक गए। वहीं पानीपत व बिहार से भी एक एक व्यक्ति एक माह से रुके हैं। उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए सारी व्यवस्थाएं ठीक करने को कहा।
एनजीओ ज्योति सामाजिक केन्द्र के प्रबंधक की सेवाएं की समाप्त
उन्होंने निरीक्षण के दौरान एनजीओ ज्योति सामाजिक केंद्र नई दिल्ली के प्रबंधक रुप सिंह की तत्काल सेवाएं समाप्त करते हुए हटाए जाने के निर्देश दिए। आश्रय स्थल के क्वारनटाइन सेंटर में सभी की नियमित जांच, सफाई व्यवस्था आदि 2 दिन में सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने आश्रय स्थल में पुलिस व्यवस्था बढ़ाए जाने के भी निर्देश दिए।