हत्या-आत्महत्या के बीच उलझी बहादुर की मौत की कहानी
जमीन पर पड़े तमंचे में फंसा था कारतूस
चिरगांव। चिरगांव थाना क्षेत्र में रविवार की सुबह अधेड़ की गोली लगने से मौत की घटना से हड़कम्प मच गया। अधेड़ की मौत हत्या और आत्महत्या के बीच लटक रही है। घटना रात करीब एक बजे के बाद की बताई जा रही है। प्रथम दृष्टया पुलिस इसे आत्महत्या का मामला मानकर चल रही है। परिजनों ने भी तहरीर में आत्महत्या की बात बताई है। हालांकि घर में जमीन पर पड़े तमंचे में फंसे कारतूस ने जरुर मामले में जांच की स्थिति खड़ी कर दी है। लोगों का मानना है कि गोली मारकर आत्महत्या करने के बाद तमंचे में दूसरा कारतूस कहां से आया होगा। क्षेत्राधिकारी ने मामले में जांच की बात कही है।
ग्राम पहाड़ी में रविवार की सुबह उस समय हड़कम्प मच गया जब जानकारी जंगल में आग की तरह फैल गई कि 55 वर्षीय बहादुर डांगी ने गोली मारकर आत्महत्या कर ली। हालांकि मामला संगिग्ध प्रतीत हो रहा है। चर्चाएं आम हैं कि पुलिस को सूचना दिए बगैर ही करीब डेढ़ दो बजे रात को परिवार के लोग बहादुर को मेडिकल कॉलेज ले गए। यही नहीं घर में जमीन पर पड़े तमंचे में फंसा कारतूस भी पाया गया जो कि फायरिंग करते समय तमंचे में फंसा रह गया होगा। मौके पर तमंचा पाया गया और जिंदा कारतूस जोकि दूसरी बार फायर करने की लिए लगाया होगा। ऐसा प्रतीत होता है। इतना ही नहीं घर की पहली मंजिल से लेकर दूसरी मंजिल तक खून के धब्बे भी पाए गए हैं। परिजनों का कहना है कि बहादुर सिंह की पत्नी काफी समय से बीमार चल रही थी। इसके चलते बहादुर सिंह को काफी मानसिक तनाव था। वहीं लोगों का यह भी कहना है कि आत्महत्या करने वाला व्यक्ति एक बार गोली चलाने के बाद दूसरी बार गोली कैसे चला सकता है। इसके चलते मामला हत्या और आत्महत्या के बीच उलझा हुआ है। चिरगांव पुलिस फिलहाल मामले की जांच पड़ताल कर रही है। क्षेत्राधिकारी मोंठ ने बताया कि उन्होंने मौके पर जाकर मुआयना करते हुए परिजनों की तहरीर के आधार पर मुकद्मा दर्ज करने की बात की। वहीं मृतक के शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पड़ताल को भी दिशा मिलेगी।