हंसगिरि पर्वत पर भगत की हत्या नहीं सर्पदंश से हुई थी मौत
मोबाइल और पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने खोला राज
झांसी। थाना मऊरानीपुर के ग्राम स्यावरी के हंसगिरि पर्वत पर हुई भगत की मौत के मामले में नया खुलासा सामने आया है। इसका खुलासा भगत के मोबाइल द्वारा पीआरवी 112 पर काॅल और पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने किया है। जिसे लोग हत्या मामला मान कर चल रहे थे। वास्तव में वह सर्पदंश का मामला निकल कर सामने आया है।
ग्राम स्यावरी पृथ्वीपुर में स्थित हंसगिरि पर्वत मंदिर में पूजा पाठ करने वाले भगत गोरे लाल उर्फ पप्पू पाल रोज की तरह गुरुवार की सुबह मन्दिर में पूजा करने गया था। उसके बाद से वह वापस घर नहीं लौटा। शुक्रवार की सुबह उसका काला पड़ा फफोलेदार शव मन्दिर के पास पहाड़ी पर पड़ा मिला था। मंदिर में दर्शन करने जाने वालों ने इसकी सूचना पुलिस व भगत के परिजनों को दी थी। घटनास्थल पर पहुंचे उप जिलाधिकारी अंकुर श्रीवास्तव,पुलिस क्षेत्राधिकारी डॉ. प्रदीप कुमार व कोतवाली प्रभारी सतपाल सिंह ने भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचकर घटना स्थल का मौका मुआयना किया था। परिजनों व क्षेत्रीय लोगांे का आरोप था कि मामला हत्या का है। पप्पू के चेहरे को कुचला गया है और उसके शरीर को जलाया गया है। इस संबंध में उसी दिन एसपी ग्रामीण ने मामले को गंभीर बताते हुए पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने के बाद ही कुछ कहने की बात कही थी। साथ ही उन्होंने यह भी बताया था कि भगत के मोबाइल से पीआरवी को काॅल आने के संबंध में बताया था। उन्होंने यह भी संदेह जताया था कि मामला सर्पदंश का भी हो सकता है। लेकिन अभी कुछ भी कहा नहीं जा सकता। इस सम्बन्ध में रविवार को अतिरिक्त कोतवाली प्रभारी नयन सिंह ने बताया कि भगत की मौत काले सर्प के डसने से हुई थी। इस बात का पता तब चला जब पुलिस ने मृत भगत के मोबाइल की जांच की। तो जानकारी हुई कि उसमें भगत डायल 112 पर कॉल लगाकर बताया था कि उसे काले सांप ने काट लिया है। इसके बाद डायल 112 पुलिस मौके पर गई। और जिस नम्बर से शिकायत की गई थी उस नम्बर पर काल लगाई। लेकिन किसी ने कॉल रिसीव नहीं किया था। तब पुलिस पर्वत के नीचे से ही वापिस आ गई थी। लेकिन जब मोबाइल की रिकाॅर्डिंग सामने आई जिसमें भगत साफ साफ बोलते हुए कह रहा था कि उसे मन्दिर में सांप ने काट लिया। यही नहीं पोस्टमार्टम मंे भी सांप के जहर की पुष्टि ने इस पर मोहर लगा दी। वहीं परिजनों का आरोप भी पुलिस उस दिन दरकिनार नहीं कर पा रही थी कि भगत की निर्मम हत्या की गई थी।
यह घटना भी कर रही थी हत्या की ओर इशारा
गौरतलब है कि कुछ दिन पूर्व हंसगिरी पर्वत पर कुछ अराजक तत्वों द्वारा मंदिर की देव प्रतिमाओं को खंडित कर दिया गया था। लोगो को शक हुआ कि इस हत्या के तार कही न कही पूर्व में घटित हुई घटना से जुड़े हुए है। जिसके चलते आरोपियो द्वारा भगत की हत्या कर दी गयी। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है। पुलिस की काॅल रिकॉर्डिंग के आधार पर मामला पूरी तरह स्पष्ट हो गया है कि भगत की मौत हत्या नहीं बल्कि सर्पदंश का मामला था। वहीं मौत का कारण स्पष्ट होने के बाद पुलिस ने भी राहत की संास ली है।