सड़क किनारे बिखरे मिले नोट,ग्रामीणों मंे दहशत
सूचना पर पहुंची पुलिस ने नोटों को भेजा जांच के लिए
झांसी। कोरोना के कहर से जहां पूरा देश इस विभीषिका से दो चार हो रहा है। वहीं अफवाहों का बाजार भी खूब गर्म है। छोटी से छोटी घटनाओं पर लोग दहशतजदा होकर यह सोचने पर मजबूर हो जाते हैं कि कहीं कोरोना फैलाने की साजिश तो नहीं। ऐसी ही एक घटना ने मऊरानीपुर क्षेत्र में लोगों के मन में दहशत भर दी है। आंधी के दौरान सड़क किनारे बिखरे पड़े नोट देख ग्रामीणों में दहशत फैल गई। इसकी शिकायत पर पहुंची पुलिस ने नोटों को जांच के लिए भेज दिया है।
मऊरानीपुर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम खिलारा में रविवार की रात को एक संदिग्ध वाहन 10 से लेकर 100 रुपए तक के नोटों को विखेरता हुआ उस समय गुजर गया जब जोरदार आंधी चल रही थी। सड़क किनारे पड़े नोटों को देखकर गांव के गनपत अहिरवार,जानकी सहारिया, हरिश्चंद्रचंद राजपूत, पुष्पेंद्र कुमार, रामकुमार मिश्रा, अभीजीत आदि उन्हें एकत्र कर लिया और अपने साथ घर ले गए। देर रात सड़क किनारे मिले रुपयों की सूचना सुबह अन्य ग्रामीणों को जैसे ही मिली तो तमाम गांव वालों ने मौके पर जाकर देखा। राष्ट्रीय राजमार्ग एवं गांव की नालियों में जगह-जगह 10, 20, 50 व 100 आदि के सैकड़ों नोट बिखरे पड़े हुए थे। यह देख सभी की हालत बिगड़ गई। इससे पूर्व एक वाॅयरल वीडियो में लोग नाक पोंछने व थूक लगाकर कोरोना वाॅयरस फैलाने जैसी खबरों को देख चुके थे। घबराए ग्रामीणों ने उक्त प्रकरण की सूचना कोतवाली पुलिस को दी। मौके पर पहुंचे देवरीघाट पुलिस चैकी प्रभारी राजकुमार पांडेय, भूपेंद्र सिंह परमार, अनीश गुप्ता आदि ने जगह-जगह बिखरे पड़े नोटों को एकत्र कर लिया और जिन गांव के लोगों ने रुपए उठाए थे। उन्हें बुलाकर उनके कब्जे से रुपए लेकर जांच के लिए मऊरानीपुर कोतवाली में जमा कर दिए। चैकी प्रभारी ने बताया की जांच के लिए रुपयों को झांसी भेजा जाएगा। वही खिलारा गांव में सड़क किनारे मिले रूपयों के बाद से पूरे क्षेत्र में दहशत फैली हुई है। लोग इसे रुपए फैलाकर कोरोना वाॅयरस फैलाने की साजिश मान रहे हैं। इसके चलते पूरे क्षेत्र के लोगों ने अपने परिवार के बच्चों से लेकर बुजुर्गाें तक को जागरुक करते हुए ऐसी घटनाओं से सावधान रहने के लिए बोल दिया है।